राजस्थान में इन दिनों कथित संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले को लेकर सियासत गरमा गई है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोसायटी से जुड़े पीड़ितों से मुलाकात कर उनसे चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने सोसायटी घोटाले को लेकर केन्द्रीय मंत्री और राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजेन्द्र सिंह शेखावत पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने एक ट्वीट में भी आरोप लगाया था कि SOG की जांच में संजीवनी घोटाले में गिरफ्तार अभियुक्तों के समान गजेंद्र सिंह शेखावत का जुर्म प्रमाणित हुआ है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इन आरोपों से खिन्न केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि सीएम गहलोत ने केवल उनका चरित्र हनन किया बल्कि उन्होंने मेरी मां को भी आरोपी बताया है। इस पर उन्होंने गहलोत के खिलाफ दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में मानहानी का मुकदमा दर्ज कराया है। बता दें गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार 4 मार्च को राउज एवेन्यू कोर्ट में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है।
जांच एजेंसी को टूल के रुप में गहलोत कर रहे उपयोग-शेखावत
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने केवल उनका चरित्र हनन नहीं किया है। गहलोत ने उनकी मां को भी आरोपी बताया है। इसी बात पर उन्होंने गहलोत के खिलाफ धारा 500 के तहत मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आशोक गहलोत के आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि ये केवल उनका चरित्र हनन कर राजनीतिक रूप से कमजोर करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। जांच एजेंसी को टूल के रूप में उपयोग करने का काम राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत कर रहे हैं। शेखावत ने कहा इससे पहले भी गहलोत ऐसे प्रयास करते रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गहलोत जिस स्तर तक नीचे गिर गए हैं। वे उस स्तर पर नहीं जाना चाहते हैं।
क्या है मामला
बता दें पिछले दिनों फरवरी में अपने जोधपुर दौरे के दौरान सीएम अशोक गहलोत सर्किट हाउस में संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े पीड़ितों से मुलाकात करने पहुंचे थे। पीड़ित करोड़ों रुपये का निवेश करने के बाद अब दर-दर भटक रहे हैं। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान पीड़ितों ने इस घोटाले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल होने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पीड़ित पक्ष की बात को ध्यान में रखकर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया था। इस दौरान गहलोत ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कई आरोप भी लगाए थे।
मप्र, गुजरात में भी काम करती है सोसायटी
केंद्रीय मंत्री का कहना है संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी राजस्थान ही नहीं मध्य प्रदेश और गुजरात समेत कई दूसरे राज्यों में काम करती है। सोयायटी का जब पंजीकरण हुआ था। उस समय राजस्थान और दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी। सोसायटी को साल 2013 में मल्टी स्टेट कैटेगरी का दर्जा भी दिल्ली में कांग्रेस की सरकार के समय मिला था। इतना ही नहीं साल 2018 में सोसाइटी के संचालक और उससे हुए घोटाले के मुख्य अभियुक्त कांग्रेस के टिकट पर पचपदरा विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरने की कोशिश कर रहे थे।