प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों को लेकर सजग है। यहां नवंबर दिसंबर में चुनाव होना हैं। राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद अगले साल 2024 में लोकसभा के चुनाव हैं। ऐसे में राज्य विधानसभाओं के चुनाव को प्रमुखता दी जा रही है। दरअसल मध्यप्रदेश में 29, राजस्थान में 25 और छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटें हैं। इस तरह इन तीनों चुनावी राज्यों में लोकसभा की 65 सीटें हैं। जिनमें से बीजेपी और एनडीए के पास फिलहाल मध्यप्रदेश में 28, राजस्थान में 25 और छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से 9 पर जीत हासिल की थी। इस तरह इन तीनों राज्यों में एनडीए के पास लोकसभा की 62 सीटें हैं। यहीं वजह है कि पीएम मोदी लगातार इन तीनों राज्यों का दौरा कर रहे हैं। राजस्थान और मप्र के बाद अब पीएम मोदी जल्द ही छत्तीसगढ़ का दौरा करने वाले हैं।
- राजस्थान,मप्र और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव
- साल के अंत में होना हैं यहां चुनाव
- चुनाव से पहले पीएम मोदी हुए सक्रिय
- राजस्थान और मप्र के बाद करेंगे छत्तीसगढ़ का दौरा
- तीनों राज्यों में है लोकसभा की 65 सीटें
- 65 में से बीजेपी के कब्जे में हैं 62 सीटें
मप्र में नकुल ने बचाई थी कांग्रेस का नाक
मध्य प्रदेश में इस बार विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी की सीधी टक्कर होना तय माना जा रहा है। बात करें 2018 के विधानसभा चुनावकी तो तब कांग्रेस की सरकार बनी थी। कमलनाथ सीएम बने थे। हालांकि बीच रास्ते में ही साल 2022 में कांग्रेस के मजबूत स्तंभ माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत ने कांग्रेस का सत्ता से बेदखल कर दिया था। इसके बाद ज्योतियादित्य ने शिवराज सिंह चौहान को अपना समर्थन दे दिया। जिसके चलते शिवराज सिंह चौहान फिर से सीएम बने। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन ठीकठाक रहा था लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में तस्वीर बिल्कुल बदल गई। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जहां 27 सीट पर जीत हासिल की तो 2019 में भी उसका धमाकेदार प्रदर्शन जारी रहा और 28 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया था। महज छिंदवाड़ा सीट पर नकुलनाथ किस तरह जीतकर कांग्रेस की नाक बचाने में कामयाब हुए थे।
सूपड़ा साफ होने से गहलोत भी नहीं बच सके
राजस्थान में लोकसभा की सीटों का समीकरण देखें तो यहां 25 सीटें हैं। जिनमें 2014 के चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। बता दें कि 2014 की ही तरह 2019 के चुनाव में कांग्रेस यहां खाता नहीं खोल पाई थी। यानी पिछले दो लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन में सभी 25 की 25 सीटों पर जीत दर्ज करता आ रहा है। एमपी की तरह राजस्थान की भी स्थिति है। यहां भी विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन इंडिया की अगुवाई करने वाली कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहता है, लेकिन जब लोकसभा चुनाव होते हैं तो सारा गणित बदल जाता है। 2018 के विधानसभा सभा में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया। राजस्थान में एनडीए ने राजपूत,जाट और हनुमान बेनीवाल के साथ मिलकर क्लीन स्वीप कर दिया था।
बीजेपी ने लोकसभा की 25 में से 24 सीट जीतीं, जबकि एक सीट हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने जीती थी। 2019 में बीजेपी से बागी होकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बनाने वाले जाट नेता हनुमान बेनीवाल का अभूतपूर्व प्रदर्शन देखने को मिला था, उनकी पार्टी ने पूरे राजस्थान में 84 लाख से अधिक वोट हासिल किए थे। इस बार भी उनकी भूमिका निर्णायक रह सकती है।
छत्तीसगढ़ में लोकसभा सीटों का गणित
छत्तीसगढ़ में भी 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए राज्य में सरकार बनाई थी। लेकिन इसके महज एक साल बाद यानी 2019 में लोकसभा चुनाव हुए तो बीजेपी ने कांग्रेस को सीटों के हिसाब से बहुत पीछे धकेल दिया था। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से 2019 में बीजेपी ने अकेले 9 सीट पर जीत दर्ज की थी। जबकि कांग्रेस को महज एक सीट पर ही जीत मिली थी।