राजस्थान के इस अनोखे मंदिर में बुलेट बाईक की होती है पूजा, लोगों की सड़क दुर्घटना से रक्षा करती है बाईक

भारत देश अपने आप में ही अनोखा है. यहां के हर एक किलोमीटर पर आपको ऐसे मंदिर देखने को मिल जाएंगे, जिन्हें देख आप हैरान हो जाएंगे. इन मंदिरों की एक  खास पहचान है जिस कारण दूर दूर से भक्त इनके दर्शन करने आते है. ऐसे ही एक मंदिर राजस्थान के चोटिला गांव में स्थित है. इस मंदिर में बुलेट की पूजा की जाती है. सुनकर आप हैरान हो गए होंगे ना, लेकिन यह सच है. मंदिर को ओम बन्ना धाम के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर में रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 को प्रतिमा के स्थान पर पूजा जाता है. बुलेट की पूजा के पीछे भी एक खास कहानी है जिसके कारण इस मंदिर की स्थापना हुई है. चलिए आपको मंदिर से जुड़ी कहानी और रोचक बातों के बारे में बताते हैं.

 

जोधपुर के पास मौजूद है मंदिर
ओम बन्ना धाम राजस्थान के जोधपुर शहर से 50 किलोमीटर दूरी पर स्थितल पाली शहर के पास चोटिला गांव में स्थित है. मंदिर का निर्माण ओम बन्ना के पिताजी ठाकुर जोग सिंह राठौड़ द्वारा 30 साल पहले उनकी याद में करवाया गया था. यहां से आने जाने वाले लोग मंदिर में माथा टेकते हुए निकलते हैं.

 

मंदिर से जुड़ी है कहानी
लोग बताते हैं कि 30 साल पहले 23 दिसंबर 1988 को ओम सिंह राठौर नाम के लड़के की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. ओम रॉयल एनफील्ड की बाइक से पेड़ से टकरा गया था जिस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. जांच के लिए ओम के एक्सीडेंट स्पॉट से पुलिस बाईक को पुलिस स्टेशन ले गई. लेकिन दूसरे दिन जब  पुलिस ने बाईक चेक की तो वो अपनी जगह से गायब हो गई थी. छान बीन के बाद पता चला कि बाईक एक्सीडेंट स्पॉट पर वापस पहुंच गई थी. पुलिस दोबारा बाईक को अपने साथ पुलिस स्टेशन ले आई और इस बार पुलिस ने बाईक का पेट्रोल भी निकाल लिया और चेन से बांध दिया. फिर भी बाईक अगले दिन वहीं स्थान पर वापस पहुंच गई. कई बार ऐसा होने पर पुलिस ने भी हार मान ली और बाईक को परिवार वालों को सौंप दिया. धीरे धीरे ये घटना पूरे गांव में फैल गई. लोग बाईक की पूजा करने लगे, कुछ सालों बाद ओम बन्ना के पिताजी ने घटना के स्थान वाली जगह पर मंदिर का निर्माण करवा दिया.

 

यात्रियों की रक्षा करते है ओम बन्ना
मंदिर के आस पास के लोग बताते है कि ओम बन्ना यहां से निकलने वाली यात्रियों की रक्षा करते है. कहा जाता है कि देर रात अगर कोई रास्ता भूल जाता है तो ओम बन्ना उसे रास्ता दिखाते है. कई लोगों ने इन चमत्कारों के प्रमाण खुद देखे है. इन चमत्कारों के कारण यहां से निकलने वाला हर यात्री यहां पर माथा टेकते हुआ जाता है. मंदिर बनने के बाद आस पास के इलाकों में एक्सीडेंट की घटना बिलकुल न के बराबर हुई है. मंदिर की एक और खास बात है कि यहां भक्त बुलेट बाईक को शराब चढ़ाते हैं.

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