राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने पूरा फोकस कर रखा है। यह वो राज्य है जहां हर पांच साल में सत्ता बदलने का रिवाज है। ऐसे में बीजेपी को रिवाज बदले जाने पर भरोसा है। यही वजह है कि पार्टी आलाकमान ने राजस्थान ईकाई में चल रही खींचतान को समाप्त करने के लिए पुरजोर कोशिशें शुरु कर दी हैं। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को बनाने के बाद पार्टी ने राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष के साथ सतीश पूनिया को उपनेता प्रतिपक्ष बनाकर इसके संकेत दिए हैं।
- केंद्रीय नेतृत्व चाहता है चुनाव में मिले वसुंधरा राजे का लाभ
- प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने की वसुंधरा राजे से घर जाकर मुलाकात
- आने वाले दिनों में होना हैं चुनाव से जुड़ी समितियों का गठन
- चुनाव से पहले केन्द्रीय नेतृत्व देना चाहता है राजे को अहम जिम्मेदारी
- राजे को जिम्मेदारी देकर गुटबाजी को किया जा सकता है खत्म
चुनाव में अहम होती हैं इलेक्शन कैंपेनिंग कमेटी
आने वाले दिनों में बीजेपी चुनाव के लिए कई समितियों का गठन करने वाली है। जिसमें सबसे अधिक है इलेक्शन कैंपेनिंग कमेटी, जिसकी अध्यक्ष वसुंधरा राजे को बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है। दरअसल बीजेपी हाईकमान के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के रुप में बड़ी चुनौती खड़ी है। केंद्रीय नेतृत्व विधानसभा चुनाव से पहले राजे को नई और अहम जिम्मेदारी देना चाहता है । जिससे गुटबाजी खत्म की जा सके। इसे लेकर पार्टी केंद्रीय नेतृत्व की ओर से प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कोशिशें तेज कर दी हैं।
राजे के बिना राजस्थान में राज मिलना असंभव
दरअसल पार्टी यह जानती है कि बिना वसुंधरा राजे को साधे राजस्थान में चुनाव जीतना असंभव है। चुनाव के समय यदि राज विफर गईं तो रेत के बवंडर की तरह असंतोष का बवंडर उठने की आशंका बनी हुई है। जिसमें बीजेपी के मंसूबे ध्वस्त हो सकते हैं । ऐसे में बीजेपी हाईकमान नहीं चाहता कि राजे संगठन के लिए नई मुसाबत बनकर सामने आएं। लिहाजा माना जा रहा है कि वसुंधरा के सियासी रुतबे को देखते हुए पार्टी उन्हें इलेक्शन कैंपेनिंग कमेटी का अध्यक्ष बना सकती है। पार्टी नेताओं की माने तो इसी महीने में वसुंधरा राजे को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
किरोड़ी लाल मीणा को बनाया जा सकता है केन्द्र में मंत्री
चर्चा है कि संसद सत्र समाप्त होने के बाद बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक होने की संभावना है। पार्टी हाईकमान चाहता है कि वसुंधरा राजे का सम्मान बना रहे इसके लिए चुनाव में उन्हें पूरी तरह से सक्रिय रखा जाएगा। वहीं राज्यसभा सदस्य डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को भी नई भूमिका दी जा सकती है। चर्चा है कि दलित वोर्ट बैंक साधने के लिए बीजेपी किरोड़ी लाल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है। बता दें एक दिन पहले ही प्रदेश भाजपा मुख्यालय में बैठकों के दौर के बाद राजस्थान बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह वसुंधरा राजे के घर पहुचे थे। जहां बैठक की और कई मुददों पर चर्चा की। अरुण सिंह और वसुंधरा राजे के बी इस बैठक को लेकर संभावनाएं बढ़ गई हैं कि राजे को चुनाव प्रचार समिति या कोई दूसरे अहम पद की जिम्मेदारी दी जा सकती ळै।