राजस्थान में रार,गहलोत क्यों करा रहे पायलट समर्थक विधायकों का सर्वे?

Pilot supporter MLA

राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सियासी खाई बढ़ती जा रही है। इस बीच अशोक गहलोत ने अब सचिन पायलट समर्थक विधायकों का सर्वे कराना शुरु कर दिया है। दरअसल राजस्थान में कांग्रेस इस बार फिर से नहीं जीत सकने वाले मौजूदा विधायकों के टिकट काटने वाली है। लिहाजा एक एक सीट पर सर्वे के आधार पर विधायक का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है।

सर्वे में जिस विधायक के खिलाफ लगातार खराब रिपोर्ट मिलेगी उनका टिकट खतरे में आना तय है। इनमें सचिन पायलट गुट के करीब 15 से 20 विधायकों के नाम भी शामिल हैं। चुनाव के समय जिनका टिकट सर्वे रिपोर्ट का हवाला देकर काटा जा सकता है।क्योंकि ऐसे विधायकों का सीएम गहलोत खुद सर्वे करा रहे हैं। रिपोर्ट भी खुद तैयार कर रहे हैं। बता दें कर्नाटक विधानसभा चुनावों में हुई जीत के बाद कांग्रेस राजस्थान में भी उसी फाॅर्मूले पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। जिसके चलते हर सीट पर कई राउंड सर्वे करवाकर फीडबैक लिया जा रहा है।

तैयार की जा रही जिताऊ उम्मीदवारों की लिस्ट

कर्नाटक फाॅर्मूले के अनुसार हर सीट पर पहले कई राउंड सर्वे करवाए जा रहे हैं। लिहाजा सर्वे के आधार पर जिताऊ उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार की जा रही है। जिन पायलट समर्थक विधायकें के टिकट काटे जाने हैं उसकी एक शुरुआती लिस्ट सीएम गहलोत ने प्रदेश प्रभारी को भी सौंप दी है। हारने वाले उम्मीदवारों को सचेत भी कर दिया है और उन्हें फील्ड में मेहनत करने को कहा है।

फील्ड में जनता के बीच अपना परफॉरमेंस सुधारें

मौजूदा विधायक अगर सर्वे में हार रहा है तो उसका टिकट कटना पक्का है। ऐसे में सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ऐसे विधायकों को पहले से सचेत कर दिया गया है। विधायकों से दो टूक कहा गया है कि वे फील्ड में जनता के बीच अपना परफॉरमेंस सुधारें। अगले सर्वे तक के लिए इन विधायकों के पास मौका है। सर्वे में सुधार नजर आया तो और उनके पक्ष में राय आ जाती है तो टिकट नहीं कटेंगे। वहीं प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी सचिव अमृता धवन का कहना है फिलहाल अभी सर्वे हो रहा है। सर्वे में यदि किसी विधायक की ग्राउंड से रिपोर्ट में गड़बड़ी मिलती है खराब आती है तो पार्टी उस पर संज्ञान लेगी। कांग्रेस की जिला स्तर पर बैठकें की जा रही हैं। जिसमें कार्यकर्ताओं को डोर टू डोर जाकर सरकार की योजनाओं का प्रचार करने के निर्देश दिए जा रहे हैंं। ऐसे में टिकट बांटने का प्रोसेस लेयर में है। जिसमें प्रभारी के साथ सहप्रभारियों का भी फीडबैक शामिल होगा। लोगों के साथ स्क्रीनिंग कमेटी का भी फीडबैक इसमें होगा, इसके बाद टिकट मिलेगा।

खतरे में पायलट समर्थक विधायकों के टिकट

Exit mobile version