राजस्थान में जैसे जैसे पारा बढ़ रहा है सियासत भी गरमाने लगी है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया पर निशाना साधा है। सचिन पायलट ने बाड़मेर के एक कार्यक्रम के दौरान मंच से कहा कि राजस्थान में भी बीजेपी सरकार में भी करप्शन हुआ था। उसे उजागर करने का समय आ गया है। हमने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले अपने मुंह से ये कमिटमेंट भी किया था। हमें उस पर खरा उतरना पड़ेगा।
- डेढ़ साल में लिखी सरकार को कई चिट्ठियां
- हर चिट्ठी में किया भ्रष्टचार की जांच का आग्रह
- जांच की मांग को लेकर अनशन भी किया
- नहीं हुई वसुंधरा राजे के राज में हुए भ्रष्टाचार की जांच
पायलट ने कहा डेढ़ साल से सरकार को चिटि्ठयां लिखी थी उस समय जो करप्शन के आरोप हमने लगाए थे। उन पुख्ता कार्रवाई के लिए ही उन्होंने चिट्ठियों के जरिए आग्रह किया था। इसके बाद एक दिन का अनशन भी जयपुर में किया। बार-बार आग्रह कर रहे हैं कि उस पर कठोर कार्रवाई करें। ताकि लोगों के मन में विश्वास बना रहे कि कांग्रेस जो कहती है वो करके दिखाती है। वहीं सचिन पायलट ने कहा उन्होंने कभी नहीं कहा कि मिलीभगत है।
लोग बेवजह सफाई दे रहे हैं
अशोक गहलोत और वसुंधरा पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि बेवजह लोग सफाई दे रहे हैं। कभी दूध, नींबू पानी, मैने ऐसा कभी नहीं कहा। जो आरोप हमने लगाए थे। वो सामने आने चाहिए। केंद्र सरकार पर हमें कम भरोसा है इसलिए रिटायर्ड जज से समयबद्ध तरीके से जांच करवाई जाए। वहीं पायलट ने पिछले बाड़मेर में जाट और राजपूत दोनों मतदाताओं को एक साथ साधते नजर आए थे।
क्षत्रिय युवक संघ प्रमुख से भी मिले पायलट
बता दें विरेंद्रधाम के लोकार्पण और जनसभा के बाद अचानक सचिन पायलट वहां से क्षत्रिय युवक संघ प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर से मिलने जा पहुंचे। उनके साथ पायलट खेमे के मंत्रियों, विधायकों के साथ पहुंचे। पहले तो सबके साथ में मिलकर बात की फिर पायलट ने कुछ मिनट तक अलग से क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख से मुलाकात की। इससे गर्मी के साथ-साथ सियासी पारा भी गर्म हो गया है। इस दौरान आलोक आश्रम पहुंचने पर सचिन पायलट का भव्य पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। भगवान सिंह रोलसाहबसर की ओर से भी सचिन पायलट का स्वागत किया। उन्हें शॉल ओढ़ाकर और गीता भेंट कर उनका बहुमान किया। दोनों करीब 15 मिनट तक चर्चा की। इसके बाद सचिन पायलट और भगवानसिंह रोलसाहबसर के बीच अलग बंद कमरे में करीब दस मिनट तक वार्ता हुई थी। इसके बाद राजनीति में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। वहीं उसके बाद धनाऊ प्रधान शमा बानो के घर पहुंचे। इस दौरान पायलट ने पूर्व मंत्री गफूर अहमद से भी मुलाकात कर राजनीतिक चर्चा कर फीडबैक लेकर आगे की रणनीति बनाई।