अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात के बाद राजस्थान में कहर बरपाया है। इस तूफान के असर से राजस्थान राज्य के कई हिस्सों मे भारी बारिश का दौर जारी है। इस तेज बारिश के चलते हालात बाढ़ जैसे बन गए हैं। यहां अजमेर, सिरोही,बाड़मेर, बांसवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, पाली और कोटा के साथ ही कई जिले ऐसे हैं जहां तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इन जिलों के कुछ हिस्सों में अब तक करीब 10 से लेकर 13 इंच यानी एक फुट तक बारिश दर्ज की जा चुकी है। वहीं जालोर जिले की बात करें तो यहां सांचौर में सुरावा बांध पानी का दवाब झेल नहीं सका और टूट गया। जिसके टूटने से आसपास के कई इलाको में बांध का पानी भर गया। ये इलाके जलमग्न गए हैं। बांध टूटा तो नर्मदा लिफ्ट कैनाल में पानी बढ़ गया और कैनाल भी टूट गई। जिससे अब सबसे अधिक खतरा सांचौर शहर पर मंडरा रहा है। बता दें शनिवार की को रात बांध टूटने की जानकारी मिली तो पूरे शहर को खाली कराने की कोशिश शुरु कर दी गई।
- बांध से महज 15 किमी दूर है संचौर शहर
- 50 हजार है संचौर कस्बे की आबादी
- जयपुर से 500 किमी दूर है संचौर
- सुरावा बांध टूटने से बढ़ा नर्मदा नहर लिफ्ट कैनाल में पानी
- पानी बढ़ने के चलते बड़ा हिस्सा टूट गया
संचौर में देर रात घर-दुकानें खाली कराईं
बता दें सुरावा बांध टूटने के बाद नर्मदा नहर लिफ्ट कैनाल में अचानक जल स्तर बढ़ने लगा। जिसके कारण उसका बड़ा हिस्सा छतिग्रस्त हो गया। दरअसल सांचौर और उसके आसपास के इलाकों में पिछले 36 घंटे से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इस बारिश के साथ ही गुजरात की तरफ से भी यहां बने सुरावा बांध में लगातार जल स्तर बढ़ने लगा। पानी अधिक मात्रा में भरने होने के चलते शनिवार देर रात बांध का एक हिससा टूट गया। जिससे बांध के पानी का रुख संचौर शहर की ओर हो गया। अचानक शहर में पानी आने की सूचना मिलते ही प्रशासन मैदान में आ गया। देर रात को 2 बजे से लोगों ने बाजार में बनी अपनी दुकानों को खाली करना शुरू कर दिया। बता दें सुरावा से पानी हाड़ेतर होते हुए जाजुसन तक जा पहुंचा है। जिसके बाद आगे बन रही भारतमाला एक्सप्रेस वे सड़क के पुल से होते हुए सांचौर की तरफ रात को चार बजे बढ़ गया। नर्मदा नहर की सांचौर लिफ्ट कैनाल में ज्यादा पानी आने से वह भी टूट गई है।
50 से 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रहीं हवाएं
बिपरजॉय तूफान के असर से माउंट आबू, उदयपुर, बाड़मेर, सिरोही, जोधपुर, जालोर के साथ नागौर में भारी बारिश हुई। बाड़मेर में बाढ़ के हालात बनने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। ऐसे में NDRF की टीम ने मौर्चा संभाला है। बारिश के साथ ही 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं भी चलीं। बता दें बिपरजॉय 17 किमी प्रति घंटा की स्पीड से जोधपुर-पाली की तरफ बढ़ा। जिससे जयपुर और जोधपुर में बीती रात करीब 8 बजे फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया। एहतियात के तौर पर बाड़मेर जिले की 174 ग्राम पंचायत के करीब 500 गांवों में ब्लैकआउट किया गया है। सिरोही जिले के माउंट आबू में बारिश को देखते हुए ट्रेकिंग, सनसेंट पॉइंट, ट्रेवर्स टैंक समेत ऊंचाई वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। तेज बारिश के कारण गुरु शिखर वाले रास्तों को भी बंद किया गया है। जोधपुर शहर की डर्बी कॉलोनी में पानी का भराव हो रहा है। प्रशासन पंप लगाकर पानी खाली करवा रहा है। बारिश के कारण डूंगरपुर जिले के 25 गांवों में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है।
16 साल की लड़की की मौत
वहीं पाली के जैतारण थाना क्षेत्र में हादसा होने से एक लड़की की मौत हो गई। बता दें 11 केवी बिजली की लाइन का तार टूट गया। बिजली का तार गिरने से बंजाकुडी गांव की पूजा कुमावत उसकी चपेट में आ गई, जिसस उसकी मौत हो गई। मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक वर्तमान में चक्रवात डीप डिप्रेशन के रूप में 17 KM प्रति घंटा की स्पीड से उत्तर-पूर्वी दिशा की ओर से आगे बढ़ रहा है। अगले 6 से 8 घंटे के दौरान यह जोधपुर-पाली सीमा के पास आकर कमजोर होकर डिप्रेशन में बदलेगा। इस कारण इन जिलों में आज मध्य रात और कल सुबह तेज बारिश देखने को मिल सकती है। इसके 18 जून दोपहर तक इसी तरह (डिप्रेशन के रूप में) बने रहने की संभावना है। सिरोही, बाड़मेर और जालौर जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।