दिल्ली में राहुल, जम्मू में बरसे आजाद
बोले राहुल गांधी, राजा को सुनना ही पड़ेगा
कांग्रेस पार्टी ने रविवार को मोदी सरकार के खिलाफ रामलीला मैदान से हल्ला बोला। राहुल गांधी के साथ ही देश के कई बडे़ नेता इस रैली में जुटे। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से बताया गया कि मुख्यालय से बस चलाई र्गइ। जिसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता सुबह करीब 10 बजे पार्टी मुख्यालय से बस में बैठकर रामलीला मैदान पहुंचे। वहीं कांग्रेस की हल्ला बोल रैली के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से ही रामलीला मैदान पहुंचना शुरू हो गए थे। राजस्थान व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के कई नेता भी रैली में शामिल हुए। जहां महंगाई के मुद्दे पर भाजपा को घेरने के लिए एक तरफ कांग्रेस ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली आयोजित की है तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद गुलाब नबी आजाद भी रविवार को जम्मू में शक्ति प्रदर्शन कर पहुंचे। जम्मू के सैनिक फार्म में उनकी पहली जनसभा रखी गई।
पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया
महंगाई के खिलाफ मार्च कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया। दरअसल प्रदर्शनकारी बंगा भवन से अकबर रोड स्थित एआईसीसी मुख्यालय की ओर जा रहे थे। इस दौरान पुलिस ने बैरीकेटिंग उनका रास्ता रोक लिया। यहां से कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस और अधीर रंजन के बीच झड़प
इधर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के साथ पुलिस की झड़प हो गई। वे रैली स्थल तक मार्च निकालने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन इस दौरान पुलिस ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो वे भड़क गए। इसके बाद कांग्रेस समर्थक भी पुलिस से भिड़ गए। हालांकिए बाद में पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को रैली स्थल पर छोड़ दिया। दरअसल रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं पर माल एवं सेवा कर जीएसटी में वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार पर चौतरफा हमला करते हुए एक रैली निकाली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य नेता महंगाई पर हल्ला बोल रैली को संबोधित किया। इसमें देश के अन्य हिस्सों के अलावा दिल्ली, मप्र, छग, राजस्थान, उप्र , हरियाणा और पंजाब के पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस अपने इस कार्यक्रम की पिछले कई दिनों से तैयारी कर रही थी। कांग्रेस की हल्ला बोल रैली से पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया राजा मित्रों की कमाई में व्यस्त प्रजा महंगाई से त्रस्त। आज लोगों को जरूरत का सामान खरीदने से पहले भी दस बार सोचना पड़ रहा है। इन तकलीफों के लिए सिर्फ प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं। हम महंगाई के खिलाफ आवाजें जोड़ते जाएंगे राजा को सुनना ही पड़ेगा।
जयराम ने साधा मोदी सरकार पर निशाना
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि आज जनता के सामने सबसे बड़ी समस्या महंगाई और बेरोजगारी है। इस रैली से असंवेदनशील मोदी सरकार को संदेश भेजना चाहते हैं कि महंगाई ओर बेरोजगारी से जनता त्रस्त है। इसका समाधान निकाला जाना चाहिए।
जम्मू में की आजाद पहली जनसभा
उधर कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अपने गृह स्थल जम्मू में आजाद पहली बार किसी जनसभा में पहुंचे । जनसभा का सुबह 11 बजे शुरू प्रारंभ हो गई। बता दें इसी जगह पर पिछले साल कांग्रेस के जीण्23 समूह की जनसभा हुई थी। आल इंडिया कांग्रेस समिति में पचास वर्ष सेवाएं देने के बाद रविवार को जम्मू से पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने अपने नए राजनीतिक करियर की शुरुआत की। यहां सैनिक फार्मए सैनिक कालोनी में एक जनसभा में आजाद का शक्ति प्रदर्शन अग्निपरीक्षा की तरह देखा गया। इसमें लोगों की भीड़ जुटाकर आजाद ने क्षेत्रीय और राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को अपनी मजबूती का संदेश देने की कोशिश की। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अपने गृह स्थल जम्मू में आजाद पहली बार किसी जनसभा में पहुंचे।
बता दें भारी भीड़ के आने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जनसभा में प्रदेश कांग्रेस समिति के पूर्व मंत्री] विधायक, एमएलसी, डीडीसी, बीडीसी सदस्यों सहित हजारों नेता और कार्यकर्ता पहुंचे। आजाद समर्थक पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि आजाद के जम्मू एयरपोर्ट पर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। जिसके बाद वह सैनिक फार्म में आए। इससे पहले सैनिक फार्म में दिनभर पूर्व मंत्री, विधायक, एमएलसी सहित अन्य नेता जनसभा की तैयारियों में जुटे रहे। इस जनसभा पर अन्य राजनीतिक दलों की निगाहें टिकी हुई थीं।
लगाए गए बडे़ बडे़ होर्डिंग और बैनर
पूर्व मंत्री जीएम सरूरी ने कहा कि आजाद के समर्थन में पूर्व उपमुख्यमंत्री, आठ पूर्व मंत्री, एक पूर्व सांसद, नौ पूर्व विधायक के अलावा बड़ी संख्या में पंचायती राज संस्था के सदस्य नगर निगम पार्षद और अन्य हजारों कार्यकर्ता आए हैं। सतवारी में आजाद के स्वागत के लिए कई विशाल होर्डिंग और बैनर लगाए गए हैं।
26 अगस्त को दिया था आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा
गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। आजाद ने इस्तीफा देने के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी जमकर हमला बोला। आजाद के इस्तीफे के बाद एक पूर्व उपमुख्यमंत्री, 8 पूर्व मंत्री, एक पूर्व सांसद, 9 विधायकों के अलावा बड़ी संख्या में पंचायती राज संस्थान के सदस्योंए जम्मू कश्मीर के नगर निगम पार्षद और जमीनी स्तर के कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।