India Jodo Yatra भारत जोड़ो यात्रा को लेकर अंतिम पड़ाव पर पहुंचे राहुल गांधी

Rahul Gandhi reached the last stage of Bharat Jodo Yatra

राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा ने 19 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में प्रवेश किया। यात्रा के दौरान राहुल गांधी देश के 13 राज्यों से गुजरे। वे अगले 9 दिन जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। यात्रा का समापन 30 जनवरी को होगा।

जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा की पहले दिन की पदयात्रा 21 किलोमीटर लंबी रही। हटली मोड़ से लेकर जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे पर छन्न अरोड़ियां तक राहुल गांधी और उनके साथ यात्रा में शामिल लोग पैदल चले। यहां से राहुल गांधी अपने काफिले में सवार होकर एक बार फिर कठुआ की ओर लौट गए। जानकारी दी गई कि राहुल दिल्ली रवाना हो गए हैं और रविवार को शेड़्यूल के अनुसार एक बार फिर हीरानगर मोड़ से पदयात्रा शुरू करेंगे। राहुल गांधी के लौटने के साथ ही यात्रा में शामिल जत्थे और वाहनों को चडवाल की ओर आगे बढ़ा दिया गया। जहां शुक्रवार और शनिवार की रात यात्रियों के रुकने का प्रबंध पहले से ही किया गया है।

संजय राउत भी राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल हुए

बता दें जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिले के हटली मोड़ से अपनी भारत जोड़ो यात्रा शुरू की। जिसमें शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत सहित कई प्रमुख नेता भी राहुल के साथ शामिल हुए। इस मौके पर संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि वह यात्रा में शामिल होने इसलिए आए हैं क्योंकि श्री गांधी लोगों के नेता थे और बेरोजगारी, महंगाई और देश के लोगों को परेशान करने वाले अन्य मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सही रास्ते पर थे। भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम चरण में गांधी के साथ पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष विकार रसूल वानी और उनके पूर्ववर्ती जी ए मीर सहित कई कांग्रेसी नेता थे।

राहुल गांधी से मिले फारूक अब्दुल्ला

वहीं नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के प्रवेश बिंदु पर राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए उनके जम्मू आवास से कठुआ तक एक बस में यात्रा की। केंद्र शासित प्रदेश में राहुल गांधी का स्वागत करते हुए अब्दुल्ला ने एक कार्यक्रम में राहुल की तुलना आदिगुरु शंकराचार्य से की। उन्होंने कहा कि सदियों पहले शंकराचार्य ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की अपनी यात्रा शुरू की थी। ऐसा करने वाले राहुल दूसरे शख्स हैं। राहुल गांधी भारत को एक करने की कोशिश कर रहे हैं। कई साल पहले शंकराचार्य ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की थी। और आज आप यह कर रहे हैं।

मैं आपका दर्द बांटने आया हूं: राहुल

राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने से पहले पठानकोट बॉर्डर पर कहा था कि उन्हें  पता है कि यहां के लोग दर्द में हैं। वे समझते हैं कि हर कोई आहत है। हर कोई परेशानी में है। वे दर्द साझा करने आए हैं। इस दौरान राहुल के साथ बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद रहे।

ऐसा लगता है मैं घर वापस आ गया हूं

राहुल ने जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने से पहले गुरुवार को पठानकोट बॉर्डर पर भाषण दिया था। इस दौरान काफी संख्या में समर्थक मौजूद रहे। राहुल ने कहा उनके पूर्वज जम्मू-कश्मीर से उत्तर प्रदेश गए थे। वे वहीं जा रहा हूं। ऐसा लगा जैसे घर वापस आ गया हूं। जब कोई अपनी जड़ों की ओर जाता है, तो वह अपने बारे में और अपने देश के लोगों के बारे में बात करता है।

यह देश आपका है

राहुल गांधी ने कहा आपकी भूमि में प्रवेश करने से पहले वे अपना सिर झुकाते हैं। वे बताना चाहते हैं आप चाहे किसी भी धर्म, जाति के हों, चाहे आप अमीर हों या गरीब, युवा हों या बूढ़े, यह देश आपका है और आप इस देश के हैं। राहुल ने कहा कि अगले 9 दिनों तक मैं केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों से सीखूंगा, मैं उनसे कुछ नहीं कहूंगा।

बीजेपी-संघ और करोड़पतियों की टीम कर रही काम

राहुल गांधी ने कहा, ‘देश जिन वास्तविक समस्याओं का सामना कर रहा है। नफरत, बेरोजगारी, महंगाई देश में है। इसके अलावा भारत में 2 तरह के लोग हैं एक करोड़पति और दूसरा गरीब। मुख्य मुद्दों से देश का ध्यान हटाने के लिए भाजपा, संघ और करोड़पतियों की टीम मिलकर काम कर रही है।

आज राम और गांधी का भारत नहीं

उन्होंने कहा कि आज का भारत राम के भारत या गांधी के हिंदुस्तान का नहीं है क्योंकि लोग धर्म के नाम पर बंटे हुए हैं। उन्होंने कहा अगर हम एक साथ हैं, तो हम वर्तमान समय की नफरत को दूर करने में सक्षम होंगे।

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