लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज शुक्रवार 2 अगस्त को बड़ा दावा करते हुए कहा कि संसद में उनके चक्रव्यूह वाले भाषण के बाद ED उन पर छापेमारी करने की योजना तैयार कर रही है। राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि ED के कुछ इनसाइडर्स ने इस बारे में जानकारी दी है।
- राहुल गांधी का दावा…उनके खिलाफ ED रेड की हो रही तैयारी
- उनके खिलाफ ED रेड की प्लानिंग चल रही है
- वे बाहें फैला कर ED का स्वागत करेंगे
- राहुल गांधी ने किया बाद दावा ED सूत्रों ने दी जानकारी
- राहुल बोले बाहें फैलाकर कर रहा हूं ED का इंतजार
- 29 जुलाई को राहुल गांधी ने किया भाषण में ‘चक्रव्यूह’ का उल्लेख
- अब कहा ED के ‘इनसाइडर्स’ ने उन्हें दी है रेड की जानकारी
- राहुल के चक्रव्यूह वाले बयान पर क्या रच रही है ED चक्रव्यूह
- क्या चक्रव्यूह वाले भाषण के बाद हो रही है ED रेड की तैयारी
- ED में राहुल गांधी का आखिर कौन हैं इनसाइडर्स
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दावा में आखिर कितनी सच्चाई है
राहुल का दावा सच हुआ तो सियासी भूचाल आना तय है
राहुल गांधी का यह दावा लोकसभा चुनाव के बाद अब एक बार फिर सियासी हलचल मचा सकता है। राहुल का यह दावा अगर सच होता है तो देश में निश्चित तौर पर सियासी भूचाल आना तय है। दरअसल देश का राजनीतिक माहौल लोकसभा चुनाव के बाद बदल चुका है। वहीं संसद का मानसून सत्र भी चल रहा है। निश्चित तौर पर ऐसे समय में अगर ईडी की ओर से राहुल गांधी के खिलाफ रेड की कार्रवाई की जाती है,या सर्च की कार्रवाई होती है सियासी माहौल गरमा सकता है।
बता दें कि नेशनल हेराल्ड के मामले में राहुल गांधी से इससे पहले ईडी पूछताछ कर चुकी है। उस समय भी राहुल गांधी के आवास या उनके कार्यालय पर ईडी की छापामारी या रेड नहीं हुई थी। अब राहुल गांधी ने यह बड़ा दावा किया है कि ईडी उनके खिलाफ रेड की प्लानिंग कर रही है। उन्हें ईडी के ही इनसाइडर से यह जानकारी मिली है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर एक पोस्ट में कहा कि यह जाहिर है इन दो में से एक को उनका चक्रव्यूह वालाा भाषण पसंद नहीं आया है, और ईडी के इनसाइडर्स ने उन्हें बताया कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है। राहुल ने कहा वे बांह फैलाकर ईडी का अपने घर पर इंतजार कर रहे हैं। मजाकिया लहजे में राहुल गांधी ने यह भी लिखा कि चाय और बिस्कुट उनकी तरफ से होंगे।
बता दें लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024 पर चर्चा के दौरान बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 29 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला किया था। राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि देश के किसान, मजदूर और युवाओं में डर है, वे डरे हुए हैं। राहुल ने कमल के प्रतीक को प्रमुखता से दिखाने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी की आलोचना भी की थी। इसके साथ ही यह दावा भी किया था कि 21 वीं सदी में एक नया ‘चक्रव्यूह’ तैयार किया गया है।
राहुल गांधी ने ‘चक्रव्यूह’ को लेकर संसद में यह कहा था
राहुल गांधी ने संसद में नेता प्रतिपक्ष के रुप में कहा था कि जो ‘चक्रव्यूह’ बनाया गया है। इससे देश के करोड़ों लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। अब इस चक्रव्यूह को हम तोड़ेंगे। इस चक्रव्यू को तोड़ने का सबसे बड़ा तरीका जाति जनगणना है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिया कहा था कि जाति जनगणना से आप सब डरते हैं। I.N.D.I.A इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी को भी पारित करेगा। इसी सदन में हम जाति जनगणना पास करके आपको दिखाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा था कि कभी हजारों साल पहले छह लोगों ने मिलकर अभिमन्यु को ‘चक्रव्यूह’ में फंसाया और उसे मारा था। राहुल ने कहा थोड़ा रिसर्च उन्होंने किया तो पता चला कि ‘चक्रव्यूह’ का दूसरा नाम होता है पद्मव्यूह- जिसका अर्थ है कमल निर्माण। चक्रव्यूह कमल के फूल के आकार का है। 21वीं सदी में एक नया चक्रव्यूह रचा गया है वो भी कमल के फूल के रूप में तैयार हुआ है। इसका चिन्ह प्रधानमंत्री अपने सीने पर लगाकर चलते हैं। अभिमन्यु के साथ जो किया गया वह भारत के साथ किया जा रहा है। युवा, किसान, महिलाएं, छोटे और मध्यम व्यवसाय के साथ वहीं किया जा रहा है। आज भी ‘चक्रव्यूह’ के केंद्र में 6 लोग हैं। जैसे पहले 6 लोग कंट्रोल करते थे। वैसे आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं। लोकसभा स्पीकर के हस्तक्षेप करने के बाद राहुल गांधी ने कहा अगर आप चाहते हैं तो वे एनएसए, अंबानी और अडानी का नाम हटा देते हैं और सिर्फ तीन ही नाम लेंगे।