पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है. भगवंत की कैबिनेट का गठन 19 मार्च को हो गया. पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने 10 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहम समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे. मुख्मंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर पहले ही मंत्री बनने वाले विधायकों के बारे में जानकारी दे दी थी. मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के जरिए सभी वर्ग और क्षेत्र के लोगों को साधने की कोशिश की है. इन मंत्रियों में से पांच मालवा, चार माझा और एक दोआबा से हैं.
इन विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
हरपाल सिंह चीमा दिड़बा विधानसभा से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं. वे नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं. चीमा पेशे में वकील रहे हैं और आम आदमी पार्टी के पंजाब में बड़े दलित चेहरे माने जाते हैं.
2 डॉक्टरों को मिली जगह
आम आदमी पार्टी के पूर्व सांसद साधु सिंह की बेटी डॉक्टर बलजीत कौर ने शपथ ग्रहण की है. डॉक्टर बलजीत कौर मलोट विधानसभा सीट से विधायक बनी हैं. डॉक्टर बलजीत कौर पेशे से नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं. वहीं मानसा से विधायक बने डॉक्टर विजय सिंगलना ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की है. वे प्रसिद्ध पंजाबी गायक भी हैं और पेशे से एक डेंटल सर्जन हैं.
भगवंत मान ने अपने मंत्रिमंडल में हरभजन सिंह ईटीओ को भी शामिल किया है. हरभजन सिंह जंडियाला विधानसभा सीट से जीते हैं. हरभजन सिंह 2012 में ईटीओ बने थे और 2017 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे.
समाजसेवी रहे कटारूचक्क
भोआ विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव जीते लालचंद कटारूचक्क को भगवंत मान ने अपने कैबिनेट में जगह दी है. वे काफी समय से समाजसेवा में सक्रिय रहे हैं और पहली बार ही चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. लालचंद कटारूचक ने कांग्रेस के दिग्गज नेता जोगिंदर पाल को मात दी थी.
दिल्ली में अन्ना आंदोलन से जुड़े
गुरमीत सिंह मीत हेयर लगातार दूसरी बार बरनाला से विधायक बने हैं. वे B.Tech की पढ़ाई करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करने दिल्ली चले गए थे. वहीं से गुरमीत अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से जुड़े और बाद में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. 32 साल के मीत हेयर दूसरी बार विधायक बने हैं.
बैंस ने लंदन से की पढ़ाई
श्रीआनंदपुर साहिब विधानसभा सीट जीतकर विधायक बने हरजोत सिंह बैंस ने विधानसभा के स्पीकर रहे राणा केपी सिंह को मात दी है. लंदन से पढ़े हरजोत सिंह वकील हैं. पिछली बार वे साहनेवाल से चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे. हरजोत आम आदमी पार्टी की यूथ विंग के अध्यक्ष भी हैं.
बादल के दामाद को दी पटखनी
लालजीत भुल्लर ने पट्टी सीट से प्रकाश सिंह बादल के दामाद आदेश प्रताप सिंह कैरों को मात दी है. पट्टी की अनाज मंडी में आढ़त का काम करने वाले लालजीत सिंह भुल्लर किसी समय कैरों के करीबी हुआ करते थे.
जिम्पा ने मंत्री को दी मात
ब्रह्मशंकर जिम्पा ने होशियारपुर सीट से चुनाव जीता. उन्होंने चन्नी सरकार के मंत्री सुंदर अरोड़ा को मात दी थी. ब्रह्मशंकर अपना व्यापार करते हैं. वे छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे. ब्रह्मशंकर 25 साल पार्षद भी रहे हैं.
कुलदीप सिंह धालीवाल
अजनाला सीट से विधायक बने कुलदीप सिंह धालीवाल सात साल पहले आम आदमी पार्टी से जुड़े थे. वे बागवानी करते हैं. कुलदीप सिंह धालीवाल के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज है. धालीवाल अपने गांव में हाशिम शाह का मेला आयोजित करवाते रहे हैं जिसमें पंजाब के कलाकार हिस्सा लेते थे.