राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट ने पुलवामा हमले में मारे गए भारतीय सेवा के जवानों की वीरांगनाओं के साथ जयपुर में हुई बदसलूकी पर नाराजगी जताई है। सचिन पायलट ने इस मामले को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। जिसमें सचिन ने सीएम गहलोत से वीरांगनाओं की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने और उनके साथ बदसलूकी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आगृह किया है।
बता दें पुलवामा के शहीदों की वीरांगनाओं के साथ राजस्थान की राजधानी जयपुर में पुलिस ने बदसलूकी की थी। वीरांगनाएं अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। प्रदर्शन के दौरान वीरांगनाएं ज्ञापन देने के लिए सीएम आवास तक जाने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन पुलिस ने रास्ता रोककर इन्हें सीएम हाउस तक जाने नहीं दिया। इसके साथ ही जयपुर पुलिस पर आरोप है कि उसने वीरंगनाओं के साथ बदसलूकी की है।
सचिन पायलट से मिलने पहुंचीं थी वीरांगनाएं
बता दें जयपुर में पुलिस की बदसलूकी का शिकार वीरांगनाएं ने सोममवार को दोपहर में सिविल लाइंस राजभवन के पीछे स्थित सचिन पायलट के सरकारी आवास पर पहुंची थीं। यहां अचानक पहुंचने पर पहले वीरांगनाओं को सुरक्षाकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन वीरांगनाएं यहां सुरक्षाकर्मियों से उलझ गईं। साथ ही वे अंदर जाकर बैठ गईं। ऐसे में जब सचिन पायलट को इसकी जानकारी मिली तो वे कुछ ही देर में वीरांगनाओं से मिलने पहुंच गए। इतना ही नहीं सचिन पायलट ने वीरांगनाओं के साथ जमीन पर बैठ कर उनकी बा सुनीं। साथ ही सचिन पायलट ने अपने आवास पर इन वीरांगनाओं को भोजन भी कराया।
बचना नहीं चाहिए बदसलूकी करने वाले
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि वीरांगनाओं के साथ जिस तरह बदसलूकी की गई है। उसके लिए जो भी जिम्मेदार हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए। पूरे देश ने देखा है कि जयपुर में किस तरह वीरांगनाओं के साथ पुलिस बर्ताव कर रही थी। वीरांगनाओं के साथ पुलिस का ये रवैया निंदनीय है। वीरांगनाओं के साथ इस तरह की बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जा सकती। सचिन ने कहा मांग पूरी करने में समय लग सकता है। लेकिन वीरांगनाओं के साथ पुलिस की खींचतानी और बदसलूकी की जाना निंदनीय है। उन्होंने कहा जिन महिलाओं को वीरांगना कहकर सम्मान किय जाता है। उनके साथ जयपुर की पुलिस ने जो व्यवहार किया वह ठीक नहीं कहा जा सकता।
सचिन की सीएम गहलोत को चिट्ठी
इस घटनाक्रम के बाद राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखी है। जिसमें पायलट ने लिखा है कि पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं ने उनसे मिलकर अपनी मांग बताई है। इतना ही जयपुर में पुलिस की ओर से उनके साथ किए गए दुर्व्यवहार की भी जानकारी वीरांगनाओं ने उन्हें दी है। पायलट ने कहा शहीद के परिजनों को सराकारी नौकरी दिए जाने के नियमों में शिथिलता बरती जा सकती है। उनके साथ पुलिस का ये दुर्व्यवहार ठीक नहीं है। इसकी पूरी जांच कराई जाए इसके ही वीरांगानाओं की मांगों का निराकरण करवाने का भी निवेदन सचिन ने गहलोत से किया है। चिट्ठी में सचिन ने लिखा है कि उनका निवेदन है कि पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं की मांगों को लेकर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाना चाहिए। इसके साथ ही सचिन पायलट ने कहा जिन लोगों ने देश के लिए शहादत दी है। उनकी वीरांगनाओं की मदद के लिए सभी सीमांए लांघकर उनकी मांग पूरी करना पड़ेगी। वीरांगनाओं से सरकार ने जो वादा किया था वह पूरा नहीं हुआ है। वीरांगनाओं से किये वादे हर हाल में पूरे किये जाना चाहिए। चाहे केंद्र की सरकार हो या राज्य की सरकार। वीरांगनाओं की मांग पूरी होना चाहिए।