राहुल की सीट पर प्रियंका उतर सकती हैं चुनावी मैदान में,गांधी परिवार का वायनाड पर भरोसा

Priyanka Gandhi

नई दिल्ली। मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी राहुल गांधी को भारी पड़ गई। राहुल गांधी को सूरत की कोर्ट ने साल की सजा सुनाई है वहीं लोकसभा से उनकी सदस्यता भी रद्द कर दी गई है। राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे। सीट रिक्त घोषित होने पर यहां उपचुनाव होंगे। ऐसे में सियासी सरगरर्मी तेज हो गई है। इस बीच खबर है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वायनाड उपचुनाव के मैदान में उतरेंगी।

बता दें केरल के लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद पहली बार वायनाड पहुंचे थे। इसी सीट से वह अब तक सांसद रहे, लेकिन मोदी सरनेम पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के बाद उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई और सदस्यता भी चली गई। सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी ने पहली बार मंगलवार को वायनाड पहुंचकर रोड शो भी किया था। इस दौरान उनके प्रियंका गांधी भी थीं।

जेल में डाल दो लेकिन सच बोलना नहीं छोड़ूंगा-राहुल

वायनाड में कार्यक्रम भी आयोजित की गई थी। जिसमें राहुल गांधी फिर से फायरब्रांड अंदाज में दिखाई दिए। राहुल गांधी ने कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भले ही उन्हें जेल में डाल दिया जाए। लेकिन वे सच तो बोलते ही रहेंगे। उनके साथ मौजूद प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं उन्होंने भी राहुल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का विरोध किया और राहुल गांधी को योद्धा बताया। वायनाड में प्रियंका गांधी के भी साथ जाने और रोड शो निकालने से कयास भी लग रहे हैं। सियासी चर्चा है कि राहुल गांधी को हाईकोर्ट से भी मानहानि के मामले में राहत नहीं मिली तो प्रियंका गांधी को ही वायनाड से लोकसभा के उपचुनाव में उतरा जा सकता है।

वेट एंड वॉच की स्थिति में चुनाव आयोग

हालांकि चुनाव आयोग वायनाड सीट पर उचुनाव कराने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। आयोग की ओर से कहा गया है राहुल गांधी को अपील के लिए समय मिला है। वे उपचुनाव कराने के लिए जल्दबाजी नहीं दिखा सकते हैं। वहीं पार्टी के नेताओं का कहना है कि अभी से इस तरह की चर्चा करना ठीक नहीं है। कांग्रेसियों ने कहा कि राहुल गांधी की ओर से सूरत की अदालत के फैसले को चुनौती दी गई है। उस पर कोई फैसला आने के बाद ही इस बारे में चर्चा करना ठीक रहेगा। बता दें कि प्रियंका गांधी लगातार अपने भाई का जोरदारी से बचाव करती रही हैं। प्रियंका गांधी को लेकर पहले तो यह भी कहा जा रहा था कि यदि सोनिया गांधी इस बारे चुनावी राजनीति से संन्यास लेती हैं तो फिर वही उनकी सीट से चुनाव में उतर सकती हैं।

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