देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद 2024 में लोकसभा चुनाव होना है। इसे लेकर देश की राजनीति धीरे धीरे गरमाती जा रहीी है। बयानबाजी और दौरे बढ़ गए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे थे। जहां भारतीय जनता पार्टी के बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर चुन चुनकर प्रहार किया। पीएम मोदी ने संबोधन के दौरान गांव ही नहीं किसान और मुसलमान के साथ भ्रष्टाचार, यूनिफॉर्म सिविल कोड पर फोकस रखा। जिसके अब चुनावी मायने निकाले जा रहे हैं।
- बीजेपी कार्यकर्ताओं को दिया पीएम मोदी ने चुनावी मंत्र
- पीएम मोदी ने किसान से लेकर मुसलमान तक की रखी बात
- विपक्ष को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा
- यूनिफॉर्म सिविल कोड पर रखा फोकस
- केन्द्र सरकार की योजनाओं का किया उल्लेख
- जेनरिक दवा की दुकानों के बताए फायदे
प्रधानमंत्री के पूरे भाषण का सार देखें तो केंद्र में गांव, किसान, मुसलमान, भ्रष्टाचार और यूनिफॉर्म सिविल कोड ही रहे। पीएम मोदी ने भोपाल के मंच से परिवारवाद को लेकर विपक्षी दलों को निशाने पर लिया। निशाना साधते हुए पीएम ने कहा अगर आपको अपने बेटे बेटियों की चिंता हो तो बीजेपी को वोट दें। पीएम मोदी ने विपक्षी दलों को परिवारवाद के साथ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा तो वहीं युद्ध के दौर में भी महंगाई के नियंत्रित होने का दावा पीएम ने किया। पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी दो बार घटाने का भी जिक्र करते हुए पीएम ने विपक्ष पर बेवजह हो हल्ला करने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने केन्द्र सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया। और आयुष्मान भारत योजना और जेनरिक दवा की दुकानों के चलते लोगों को हो रही बचत के आंकड़े गिनाए। प्रधानमंत्री मोदी ने जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर लोगों के बीच जाने का संदेश बीजेपी कार्यकर्ताओं को दिया।
मेरी भी गारंटी है, हर चोर-लुटेरे का हिसाब होगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आजकल राजनीति में एक शब्द बहुत चल रहा है और वह है गारंटी। ये भाजपा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि वे जनता को समझाने को कहा कि एकजुट हो रहे विपक्षी दल किस बात की गारंटी दे रहे हैं। ये लोग गारंटी रहे हैं घोटालों की और भ्रष्टाचार की। मोदी ने कहा कि हाल में विपक्षी दलों के नेताओं का एक फोटो सेशन हुआ था। उस फोटो में जो दिखाई दे रहे हैं। अगर सभी के घोटालों को जोड़ लिया जाए तो करीब 20 लाख करोड़ के घोटाले इन्होंने किए हैं। अकेली कांग्रेस ने ही लाखों करोड़ के घोटाले किए हैं। 1.86 लाख करोड़ का कोयला घोटाला, 1.76 लाख करोड़ का टू जी घोटाला, 70 हजार करोड़ का कॉमनवेल्थ घोटाला, 10 हजार करोड़ का मनरेगा घोटाला और हेलीकॉप्टर से लेकर पनडुब्बी तक के घोटाले इन्होंने किए हैं। राजद नेताओं ने चारा घोटाला किया। पशुपालन घोटाला किया और बाढ़ राहत घोटाला जैसे हजारों करोड़ रुपये के कई घोटाले किए हैं। पीएम ने एनसीपी पर करीब 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप हैं। को ऑपरेटिव बैंक घोटाले के साथ सिंचाई घोटाला, अवैध खनन घोटाले जैसे कई घोटाले इनमें शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अब देश को यह तय करना है कि क्या वह ऐसे घोटालों की गारंटी को स्वीकार करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर ये घोटालों की गारंटी देते हैं, तो वे भी एक गारंटी देना चाहते हैं और वो है इन घोटालेबाजों पर कार्रवाई की गारंटी, चोर लुटेरों पर कार्रवाई की गारंटी है। जिन्होंने देश को लूटा, देश के गरीबों को लूटा, उनका हिसाब होकर रहेगा। तमाम विरोधों के बावजूद एकजुट हो रहे इन विपक्षी दलों का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम यही है कि एक दूसरे को इन पर हो रहे कानूनी एक्शन से कैसे बचाया जाए। देश के लोग इस बात को भली भांति समझते हैं।
गरीबों की सेवा का भाव जरुरी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कोरेना संकट और लंबे रूस.यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारत उन देशों में शामिल है। जिनमें विकास की रफ्तार तेज है और महंगाई नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बाद दुनिया के कई देशों में हाहाकार मचा है। महंगाई की दर पाकिस्तान में 38 प्रतिशत, श्रीलंका में 25 प्रतिशत, बांग्लादेश में 10 प्रतिशत पर पहुंच गई है लेकिन भारत में ये 5 प्रतिशत से भी नीचे है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की योजनाएं गरीबों की चिंता करते हुए उनकी जेब के पैसे बचा रही हैं। आज औसत भारतीय प्रतिमाह 20 जीबी डाटा खर्च करता है। 2014 के पहले कांग्रेस के जमाने में एक जीबी डाटा करीब 300 रुपये में मिलता था। इस हिसाब से 20 जीबी डाटा 6000 रुपये का होता है लेकिन आज देश में इतना डाटा 200 300 रुपये में मिल जाता है यानी हर मोबाइल उपभोक्ता को करीब 5000 रुपये की बचत हो रही है। कांग्रेस के जमाने में एलईडी वल्ब 300 रुपये में मिलते थे। आज 50.60 रुपये में मिल रहे हैं। देश में जो 40 करोड़ एलईडी वल्ब बांटे गए हैं। उनकी वजह से बिजली के बिल में करीब 20 हजार करोड़ की बचत हुई है।