ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष का बयान इन दिनों सुर्खियों में है। जिस बयान में प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ के मेले की जमीन को वक्फ बोर्ड की जमीन बता दिया है। इस मेले में मुस्लिमों की एंट्री पर रोक की निंदा भी की है।
- वक्फ की जमीन पर महाकुंभ’!
- ये क्या बात हुई ‘भाईजान’?
- मौलाना साहब…क्या कुछ भी बोल देंगे…?
- पहले मुसलमान…फिर महाकुंभ स्नान…?
- मौलाना जी के बोल…जुबान आउट ऑफ कंट्रोल!
- महाकुंभ की जमीन पर वक्फ का दावा
- मेला क्षेत्र की जमीन पर वक्फ का दावा
- मेले की 54 बीघा जमीन को अपना बताया
- इस्लाम से पहले लग रहा महाकुंभ-
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के एक वीडियो संदेश पर साध्वी रितंभरा और साधु संतों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। क्या कहा है साधु संतों ने यह तो जानेंगे ही साथ ही जानेंगे जिस महाकुंभ की चर्चा पुराणों में की गई है। वह महाकुंभ वक्फ बोर्ड की जमीन पर लग रही है। क्या वक्फ बोर्ड इतना पुराना है।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने एक वीडियो संदेश में कहा कि प्रयागराज के मुसलमानों ने वक्फ की जमीन पर मेले की अनुमति देकर बड़ा दिल दिखाया है। इस बयान के कुछ मतलब निकलते है। कुछ प्रश्न उठते हैं। उन प्रश्नों पर नज़र डालेंगे। लेकिन उससे पहले सुनते हैं मौलाना साबह क्या कह रहे हैं।
बयान से उठते सवाल!
जहां महाकुंभ लग रहा है वहां की जमीन वक्फ बोर्ड की है!और कुंभ आयोजन करने वाली एजेंसी या सरकार ने वक्फ बोर्ड से इसकी अनुमति ली है!
महाकुंभ का उल्लेख विष्णु पुराण, श्रीमद्भागवत पुराण, स्कंद पुराण, महाभारत, भविष्य पुराण, ब्रह्म पुराण, अग्नि पुराण, कूर्म पुराण में मिलता है। मतलब यह कि महाकुंभ पुरातन काल से लगता चला आ रहा है। तो क्या पुरातन काल से वक्फ बोर्ड अस्तित्व में है? अगर पुरातन काल से वक्फ बोर्ड अस्तित्व में नहीं है। तो इसका अस्तित्व भारत में कब से है…और यह जानना जरूरी है कि महाकुंभ किसकी जमीन पर लगता आ रहा है । और उसने यह जमीन वक्फ बोर्ड के नाम कब की ? यह सवाल है जिनके आज जवाब तलाशे जा रहे हैं। लेकिन उससे पहले मौलाना साहब के बयान पर कुछ प्रतिक्रियाएं आई है।
ग्रंथ जिसमें मिलते हैं महाकुंभ के उल्लेख?
- विष्णु पुराण
- श्रीमद्भागवत पुराण
- स्कंद पुराण
- भविष्य पुराण
- ब्रह्म पुराण
- अग्नि पुराण
- कूर्म पुराण
- महाभारत
कब अस्तित्व में आया वक्फ बोर्ड ?
देश में सबसे पहली बार 1954 में वक्फ एक्ट बना। इसी के तहत वक्फ बोर्ड का भी जन्म हुआ। इस कानून का मकसद वक्फ से जुड़े कामकाज को सरल बनाना था। एक्ट में वक्फ की संपत्ति पर दावे और रख-रखाव तक का प्रविधान हैं। 1955 में पहला संशोधन किया गया। 1995 में एक नया वक्फ बोर्ड अधिनियम बना। इसके तहत हर राज्य केंद्र शासित प्रदेश में वक्फ बोर्ड बनाने की अनुमति दी गई। बाद में साल 2013 में इसमें संशोधन किया गया था।