झारखंड में मौसम के साथ सियासी रंग भी बदल रहे हैं। पूर्व सीएम चंपाई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा से किनारा करने की मंशा बना रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि चंपई सोरेन के साथ जेएमएम के जिन छह विधायकों के बागी होने की संभावना जताई जा रही है उनमें लोबिन हेमब्रोम, रामदास सोरेन,दशरथ गगराई,चमरा लिंडा और समीर मोहंती शामिल हैं।
- हेमंत सोरेन का ईशारों में बीजेपी और चंपई पर हमला
- पैसे के दम पर तोड़ी जा रही घर और पार्टी
- नेता पैसे के लिए इधर उधर चले जाते हैं
- बीजेपी करती है पार्टी तोड़ने का काम
वहीं दूसरी ओर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बगैर उनका नाम लिया करारा निशाना साधा है। हेमंत ने कहा पैसे के चलते नेता इधर से उधर चले जाते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निशाना साधा तो वहीं हेमंत सोरेन ने BJP पर भी बड़ा आरोप लगाया है और कहा कि BJP पैसे और शक्ति के दम पर उनकी पार्टी और घर को तोड़ने की कोशिश कर रही है। बीजेपी दरअसल पार्टियों को तोड़ने का ही काम करती है। लालची नेताओं को बीजेपी अपने साथ मिला लेती है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को बिना नाम लिए इशारों ही इशारों में चंपाई सोरेन के साथ बीजेपी पर भी निशाना साधा। उन्होंने यह बड़ा आरोप लगाया कि पैसे के दम पर उनके ‘घर और पार्टी’ में बीजेपी फूट डाल रही है। बहुत जल्द विधानसभा चुनाव की घंटी राज्य में बजने वाली है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा विधानसभा चुनाव कब होंगे इसकी घंटी विरोधी पार्टी बीजेपी के पास है। चुनाव आयोग पर कटाक्ष करते हुए कहा अब यह संवैधानिक संस्थान नहीं है। चुनाव आयोग अब बीजेपी की संस्था के रुप में काम कर रहा है। हेमंत ने कहा वे चुनौती देकर कहते हैं कि आज चुनाव कराओ तो कल झाड़ू और पोछा मारकर इनको वापस गुजरात जाना पड़ेगा।
जहर बोने और लड़ाने का काम करते हैं ये
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा यह लोग गुजरात, महाराष्ट्र और असम से लोगों को यहां लाकर दलित आदिवासी और पिछड़ों के साथ अल्पसंख्यकों के बीच जहर बोने का काम करते हैं। एक समाज को दूसरे से लड़ाने का काम करते हैं। हेमंत सोरेन ने कहा समाज तो छोड़िये यह लोग घर फोड़ने ही नहीं पार्टी को तोड़ने का भी काम करते हैं। आये दिन कभी इस दल के विधायक को खरीद लेंगे, कभी उस दल के विधायक को खरीद लेते हैं। वहीं उन्होंने कहा दरअसल पैसा ऐसी चीज है कि नेता लोगों को भी इधर से उधर जाने में देर नहीं लगती। खैर कोई बात नहीं। झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार साल 2019 से लगातार जनता के बीच खड़ी है।