महाराष्ट्र के सियासी गलियारों से बड़ी खबर सामने आई है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अजित पवार की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी NCP नेता धनंजय मुंडे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जाता है कि धनंजय मुंडे NCP अजित पवार गुट के नेता हैं। वे पार्ली विधानसभा सीट से चुनकर आते हैं। सूत्र बताते हैं कि इस्तीफे के पीछे की वजह सरपंच की हत्या बताई जा रही है।
एक सरपंच की हत्या के मामले में उनके करीबी को गिरफ्तार किये जाने के बाद उसका इस्तीफा लिया गया है। पार्टी सूत्रों की माने तो मुंडे पर इस्ताफा देने का भारी दवाब था। जिसके चलते आज मंगलवार 4 मार्च को उन्होंने सीएम देवेन्द्र फडणवीस को अपने पद से इस्ताफा सौंप दिया है।
- महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे का इस्तीफा
- सीएम देवेन्द्र फडणवीस को सौंपा इस्तीफा
- सीएम ने किया मंत्री का इस्तीफा मंजूर
- राज्यपाल के पास भेजा सीएम मंत्री का इस्ताफा
- सुर्खियों में सरपंच की हत्या का मामला
- मंडे ने नाम आने के बाद दिया मंत्री पद से इस्तीफा
- SIT ने दाखिल की है सरपंच हत्या मामले में चार्जशीट
- SIT की चार्जशीट में मंत्री के करीबी का नाम
एनसीपी के अजित पवार गुट के नेता धनंजय मुंडे का नाम बीड में एक सरपंच की हत्या के मामले में आने के बाद से ही इस्तीफ़े की मांग की जा रही थी। सोमवार रात को भी मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने एनसीपी नेताओं के साथ अहम बैठक की थी। इसके लिए सीएम खुद अजित पवार के निवास पर गए थे। ऐसे मेंमाना जा रहा है कि बैठक में सीएम फडणवीस ने मुंडे से इस्तीफ़ा मांगा था। वहीं विपक्ष भी महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार में मंत्री रहे धनंजय मुंडे पर सरपंच के मर्डर के सिलसिले में गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही इस्तीफे की मांग कर रहा था।
क्या अवैध संबंधों चलते मांगा मुंडे से इस्तीफा… !
मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले धनंजय मुंडे पर एक महिला से अवैध संबंधों की बातें भी महाराष्ट्र की सियासत में की जा रही है। इतना ही नहीं धनंजय मंडे और करुणा मुंडे के बीच रिश्ते की बात भी कोर्ट तक जा पहुंची है। कोर्ट ने धनंजय मुंडे को यह आदेश दिया है कि वे करुणा मुंडे को गुजारा भत्ता की राशि दें। बताया जाता है कि करुणा मुंडे की ओर से दावा किया था कि वे धनंजय मुंडे की पहली पत्नी हैं। ऐसे में कोर्ट ने धनंजय मुंडे को उन्हें गुजारा भत्ता देने के आदेश दिये थे।
मुंडे ने दायर की है सेशन कोर्ट में याचिका
हालांकि धनंजय मुंडे ने कोर्ट के अंतरिम आदेश के खिलाफ सेशन कोर्ट में चुनौती देते हुए याचिका दायर की है। जिसके तहत मंडे ने कहा कि करुणा मुंडे से उनकी कभी शादी ही नहीं हुई, तो गुजारा भत्ता कैसा। धनंजय मुंडे की ओर से यह भी दावा किया था कि एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान उनका परिचय करुणा से हुआ था। उनकी लगातार बातचीत से एक व्यक्तिगत संबंध बन गया। जिसे दोनों ने आपसी सहमति से आगे बढ़ाने का फैसला किया था। इस रिश्ते से उनके दो बच्चे भी हुए हैं। धनंजय मुंडे ने उन दोनों बच्चों के केवल आधिकारिक दस्तावेज में उपयोग करने के लिए अपने नाम और उपनाम का उपयोग करने की अनुमति भी दी थी।
करुणा जानती थी धनंजय पहले से शादीशुदा हैं
मुंडे की ओर से सेशन कोर्ट में दायर याचिका में यह कहा गया है कि करुणा को धनंजय की मौजूदा शादी के बारे में जानकारी थी, लेकिन उन्होंने स्वेच्छा से उनके साथ संबंध बनाने का फैसला किया। दायर याचिका में यह भी कहा गया है कि लेकिन धनंजय मुंडे 2019 के विधानसभा चुनाव में जीत और राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के साथ मुंबई में अपने आधिकारिक आवास पर अपनी पत्नी राजश्री मुंडे के साथ रहने के बाद से ही करुणा का व्यवहार बदल गया था।