बिहार में साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होना हैं। इससे पहले राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है। जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने एक बड़ा दांव चलते हुए कभी राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे आरसीपी सिंह को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। आरसीपी सिंह ने अपनी नवगठित पूरी पार्टी जन सुराज में विलय कर दी और खुद जन सुराज की सदस्यता ले ली।
- अक्टूबर-नवंबर 2025 में होना है बिहार में चुनाव
- चुनाव से पहले चर्चा में कीटाणु और विषाणु
- ‘हम’ के अध्यक्ष ने जानें किसे बताया कीटाणू और विषाणु
अब यह माना जा रहा है कि कभी जेडीयू अध्यक्ष रहे आरसीपी सिंह का जन सुराज के प्रशांत किशोर को प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभव मिलेगा। बिहार की सियासत में रविवार 18 मई 2025 खासा सुर्खियों में रहा। अब ताजा सियासी घटनाक्रम पर प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बीच केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का बयान सामने आया है। जिसमें उन्हेोंने जनसुराज के संस्थापक PK और RCP दोनों पार्टी के एक साथ आने पर करारा तंज कसा है। केन्द्रीय मंत्री मांझी ने दोनों को ‘कीटाणु- विषाणु’ करार दिया और गंभीर आरोप लगाए है।
RCP-PK की जोड़ी पर मांझी हमला
हम पार्टी के प्रमुख और केन्द्रीय मंत्री मांझी प्रेस कांफ्रेस में एक बोतल दिखाई। जिस पर एनडीए वाला एंटी वायरस लिखा हुआ था। मांझी ने यह भी दावा किया है कि एनडीए का एंटीवायरस हर तरह के वायरस को खत्म करने में कारगर है।
ऐसे में जाहिर सी बात है कि केंद्रीय जीतन राम मंत्री का निशाना पीके और आरसीपी सिंह पर ही था।अब सोशल मीडिया भी पोस्ट करके केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लिखा है कि कीटाणु और विषाणु मिलकर सोंचते हैं कि सामने वालों को बर्बाद कर के ही दम लेंगे। उन्हें लेकिन यह नहीं पता कि बिहार की आज जनता के पास NDA वाला एंटी वायरस भी रखा है। यह बात अब प्रशांत किशोर और आरसीपी की जोड़ी को भी यह समझ लेना चाहिए।