Bageshwar Maharaj Controversy:बागेश्वर महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लेकर जारी कॉन्ट्रोवर्सी में अब राजनीतिक दल भी कूद पड़े हैं। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री को अब धर्म परिवर्तन पर चुनौती मिली है। छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बागेश्वर महाराज को चुनौती दी है। मंत्री लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धर्म परिवर्तन के मामले नहीं बढ़े अगर ऐसा है तो वो बागेश्वर महाराज को चुनौती देते हैं कि वो करके दिखाएं।
- बागेश्वर महाराज के समर्थन में बीजेपी
- समर्थन में कैलाश विजयवर्गीय, नारायण त्रिपाठी
- कांग्रेस ने कहा शक्ति है तो साबित करें पं.धीरेन्द्र शास्त्री
- भोपाल में होगा कथा वाचकों का सम्मेलन
वहीं अब इस मामले में राजनीति में गरमाने लगी है कांग्रेस के नेता और विधायक बागेश्वर महाराज पर निशाना साध रहे हैं तो बीजेपी उनके पक्ष में खुलकर आ गई है। मैहर से बीजेपी विधायक नारायाण त्रिपाठी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि वो बागेश्वर महाराज के साथ हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने बागेश्वर महाराज पर निशाना साधने वालों से पूछा कि जावरा टेकरी में नाचते गाते लोग ठीक हो जाते हैं कोई सवाल नहीं उठाता क्यों।
इसी प्रकार बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में उतर आए हैं। नारायण त्रिपाठी ने कहा हिन्दू धर्म आस्था पर आघात प्रहार बर्दास्त नहीं किया जाएगा। जिसे लेकर इस सतों का अपमान नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं नागपूर में हुई एफआईआर को लेकर त्रिपाठी ने कहा की जिन्होंने शिकायत की है। हम उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे।
विज्ञान भी देता है भूत प्रेतों को मान्यता!
बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि भूत-प्रेतों को इंटरनेशनल विज्ञान भी मान्यता देता है। हिन्दू धर्म की आस्था पर आघात और प्रहार बर्दास्त नहीं किया जाएगा। त्रिपाठी ने कहा साधु, संत, महात्मा और कथावाचकों का अपमान नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया 22 जनवरी को भोपाल में हिन्दुधर्म और तमाम कथा वाचकों की सभा होगी। नागपुर में जिन्होंने शिकायत की है हम उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे। बीजेपी विधायक ने कहा कि हिन्दू धर्म के खिलाफ पूरी तरह प्लांट किया गया है। ये सब मिशनरी और हिन्दू विरोधी लोगों द्वारा किया गया है।
क्यों भागे पं.धीरेंद्र शास्त्री-नेता प्रतिपक्ष
वहीं मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह ने कहा कि वे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर पूर्व में ही अपने विचार रख चुके हैं। वे पाखंड और ढोंग में नहीं पड़ता, सनातन धर्म आस्था का बिंदु है। देश में 80-90 प्रतिशत सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं। जब आरोप लगे तो बागेश्वर जी अपना बिस्तर बांध क्यों भागे, वे उनसे चाहेंगे अगर आपमें सच्चाई है तो जवाब दें। प्रमाणिकता के आधार पर जवाब दें। तांत्रिक जैसी प्रथा को प्रचारित कर रखा है। उसको प्रमाणित करें।
क्या है पूरा विवाद
बता दें धीरेंद्र शास्त्री भागवत कथा के साथ अपना दिव्य चमत्कारी दरबार लगाते हैं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर में दिव्य दरबार लगाया था। जहां अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक और नागपुर की जादू-टोना विरोधी नियम जनजागृति प्रचार-प्रसार समिति के सह-अध्यक्ष श्याम मानव ने उन्हें चुनौती दी थी। इसके बाद समिति ने आरोप लगाया कि बगैर दिव्य चमत्कारी दरबार लगाए नागपुर से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भाग गए। हमने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चैलेंज दिया था कि आप हम लोगों के बीच दिव्य चमत्कारी दरबार लगाइए। ऑन कैमरे पर और सत्य बता देंगे तो 30 लाख रुपए उन्हें भेंट स्वरूप राशि दी जाएगी।