पीएम मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा पर रवाना, भारत के नजरिए से क्या हैं इस यात्रा के मायने?

PM Modi US visit

एक समय था जब अमेरिका ने नरेन्द्र मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। जबकि उस समय नरेन्द्र मोदी गुजरात के सीएम हुआ करते थे। ये वाक्या साल 2005 का है। जब अमेरिकी के तत्कालीन राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को अमेरिका आने के लिए वीजा देने से साफ मना कर दिया था। 2014 में नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। इस बीच अमेरिका को यह अहसास हो गया था कि उसने वीजा न देकर बड़ी भूल की है। यह दाग धोने के लिए ही राष्ट्रपति जो बाइडेन  ने पीएम नरेन्द्र मोदी को अमेरिका का निमंत्रण दिया,जिसे सहर्ष स्वीकार करते हुए पीएम मोदी अमेरिका की यात्रा पर गए हैं।

अमेरिकी यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया है। जिसमें लिखा है कि अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों, बुद्धिजीवीवियों सहित जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग उनकी यूएसए यात्रा पर अपना उत्साह साझा कर रहे हैं। पीएम ने लिखा है कि इस तरह का विविध समर्थन भारत और अमेरिका बीच संबंधों की गहराई को रेखांकित करता है। पीएम मोदी की यह यात्रा के कई मायने में ऐतिहासिक और भारत के हित में साबित होने जा रही है। पीएम नरेन्द्र मोदी दूसरी बार अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने के साथ ही ह्वाइट हाउस में आयोजित होने वाले विशेष रात्रिभोज में मेहमान के तौर पर शामिल होंगे। जहां जो बाइडेन और जिल बाइडेन उनकी मेजबानी करते नजर आएंगे। पीएम मोदी की यात्रा की खास बातों पर गौर करें तो वे 22 जून गुरुवार के दिन अमेरिकी कांग्रेस के ज्वाइंट सेशन को संबोधित करेंगे। ऐसा करने वाले वे भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे। बता दें अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदन प्रतिनिधि सभा के साथ सीनेट ने पीएम मोदी को इसके लिए विशेष निमंत्रण दिया था।

दूसरी बार करेंगे यूएस कांग्रेस को संबोधित

विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है अभी तक भारत के किसी भी प्रधानमंत्री ने दो बार यूएस कांग्रेस को संबोधित नहीं किया। दुनिया के सिर्फ कुछ ही गिने चुने वैष्विक नेताओं ने यूएस कांग्रेस को दो बार संबोधित किया है। जिनमें नेल्सन मंडेला और विंस्टन चर्चिल शामिल हैं। वहीं पीएम नरेन्द्र मोदी राजकीय यात्रा पर अमेरिका जाने वाले तीसरे भारतीय नेता हैं। मोदी से पहले डॉ.मनमोहन सिंह नवंबर 2009 में अमेरिका की राजकीय यात्रा पर गए थे। इससे पहले साल 1963 में तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन अमेरिका की राजकीय यात्रा पर गए थे।

प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र भवन में करेंगे योग कार्यक्रम का नेतृत्व

दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी तीसरे ऐसे ग्लोबल नेता हैं जिन्हें जो बाइडेन ने बतौर राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया है। इसके पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां और दक्षिण कोरिया के यून सुक योल को अमेरिका की राजकीय यात्रा का निमंत्रण दिया गया था। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के पहले दिन बुधवार 21 जून को विश्व योग दिवस है। ऐसे में प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र भवन में योग कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। इसके अगले दिन 22 जून को उनका व्हाइट हाउस में रस्मी स्वागत किया जाएगा। इस दौरान भारतीय समुदाय के सदस्यों सहित एक हजार से अधिक लोग मौजूद रहेंगे। इस स्वागत समारोह के बाद प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। 22 जून के ही दिन पीएम मोदी के सम्मान में जो बाइडेन और जिल बाइडेन की ओर से व्हाइट हाउस में रात्रिभोज का आयोजन किया है। जबकि 23 जून को अमेरिकी की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस और वहां के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री मोदी के लिए लंच की मेजबानी करते नजर आएगे। 23 जून को ही पीएम वहां मल्टी नेशनल कंपनीज के सीईओ से मुलाकात भी करेंगे। 23 जून शुक्रवार को यात्रा के तीसरे दिन पीएम मोदी वाशिंगटन स्थित रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग एंड इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर में अमेरिका भर के प्रवासी नेताओं की सभा को संबोधित करेंगे।

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