चक्रवात बिपरजॉय को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल से फोन पर बात की और चक्रवात को लेकर पूरी जानकारी हासिल की। बता दें अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ ने भारत के तटीय इलाकों पर असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसके चलते महाराष्ट्र के मुंबई समेत कई शहरों में बारिश हुई और 55 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं शुरू हो गईं हैं। गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र के समुद्री तटों पर तेज हवाएं भी चल रहीं हैं। तो जामनगर के साथ ही मुंबई में भी हाई टाइड आ रहे हैं। वहीं रेलवे ने तूफान को देखते हुए करीब 67 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है।
- बिपरजॉय का असर, 67 ट्रेन कैंसिल
- जामनगर ओर मुंबई में हाई टाइड
- कच्छ और सौराष्ट्र में चल रहीं तट पर तेज हवा
- तटीय इलाकों पर बिपरजॉय का असर
पीएम मोदी खुद कर रहे मॉनिटरिंग
पीएम नरेन्द्र मोदी खुद इस पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि कंट्रोल रूम बनाया जाए। जिसके जरिए राहत शिविरों में बिजली, फोन, इलाज और पानी से जुड़ी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। पशुओं का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने आज सोमवार गुजरात के सीएम से फोन पर चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि बचाव दल संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं। पीएम ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस चक्रवात का पाकिस्तान पर भी असर पड़ने की आशंका है। पीएम मोदी ने अधिकारियों को संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित रूप से निकाले जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पीएम ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी जरुरी सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने के साथ कोई क्षति होने की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल करने का भी निर्देश दिये।
सौराष्ट्र और कच्छ के तट पर अलर्ट
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सौराष्ट्र और कच्छ तट के लिए चक्रवात अलर्ट जारी किया गया है। सुबह साढ़े 8 बजे चक्रवात पोरबंदर से करीब 320 किमी दक्षिण-पश्चिम, द्वारका से करीब 360 किलामीटर दक्षिण दक्षिण पश्चिम के साथ ही जखाऊ बंदरगाह से 440 किमी दक्षिण और नलिया से 450 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित था। इस तुफान के 15 जून की दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह को पार कर जाने की उम्मीद है। बता दें चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के गुजरात में गुरुवार 15 जून को पहुंचने की आशंका के बीच राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई गई है। प्रशासन ने 7 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया। निकासी अभियान सोमवार को भी जारी रहा। वहीं चक्रवात बिपरजॉय धीरे धीरे बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। मौसम विभाग ने अब इसके गुरुवार दोपहर कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच पहुंचने की संभावना बन रही है।
भारी नुकसान की आशंका
गुरुवार दोपहर गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच इसके टकराने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए चक्रवात की चेतावनी जारी की है। जामनगर, कच्छ, मोरबी, पोरबंदर, गिर सोमनाथ और देवभूमि द्वारका जिलों में भारी वर्षा और बहुत तेज़ हवा की गति के साथ चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है। तूफान की वजह से चार दिनों तक तेज हवाएं चलेंगी। तूफान के करीब आते ही हवा की गति तेज हो जाएगी। जिससे पेड़ों के गिरने और बिजली व फोन लाइनों को नुकसान पहुंचने की संभावना है।