प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों कहा -‘भाजपा की सबसे बड़ी ताकत पार्टी के कार्यकर्ता हैं’,देश हित के लिए तुष्टीकरण नहीं, संतुष्टीकरण सही रास्ता

PM Narendra Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से देश की पांच नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद पीएम मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पहुंचे। जहां वह मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम का उन्होंने शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा देश का हर पोलिंग बूथ आज यहां जुड़ा है। पीएम मोदी ने कहा इतना बड़ा कार्यक्रम किसी राजनीतिक दल ने नहीं किया होगा।

पीएम मोदी ने कहा कुछ लोग सिर्फ अपने दल के बारे में सोचते हैं। तुष्टीकरण का रास्ता कुछ समय के लिए तो ठीक होता है, लेकिन देश के लिए बहुत खतरनाक होता है। कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए छोटे छोटे गुट खड़े कर देते हैं। लेकिन हम बीजेपी वाले अलग हैं। हमारे लिए दल से बड़ा देश है। इसलिए बीजेपी की ओर से तय किया है हमें तुष्टीकरण के रास्ते पर नहीं चलना। हमें वोटबैंक के रास्ते पर नहीं चलना। देश हित के लिए रास्ता तुष्टीकरण नहीं है। सही रास्ता संतुष्टीकरण हैं। पीएम ने कहा तुष्टीकरण की गंदी सोच की वजह से कुछ राज्यों में आपस में खाई पैदा कर दी गई। उन्होंनें कहा यूपी में पासी, धनुक जैसे कई वर्ग विकास से दूर रह गए। तो बिहार में दलित महादलित करके खााईं पैदा करने की कोशिश की गई।

बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए देशहित ही सर्वोपरी

पीएम मोदी ने कहा सीएम की बैठक, महासचिवों की बैठक, पदाधिकारियों की बैठक होती रहती हैं, लेकिन सिर्फ बूथ का नेतृत्व करने वालों का सम्मेलन इतिहास में पहली बार हो रहा है। साथियों आप सिर्फ बीजेपी ही नहीं देश के संकल्पों की सिद्धी के सिपाही हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए देशहित ही सर्वोपरी है। ऐसे कर्मठ कार्यकर्ताओं से बात करना उनके लिए मंगल अवसर है। पीएम ने कहा नड्डा जी ने बताया था भाषण के बजाए सवालों का सिलसिला शुरु किया जाए।

दमोह के कार्यकर्ता राम पटेल के सवाल का दिया पीएम ने ये जवाब

दमोह के रामपटेल ने पीएम मोदी से सवाल किया कि आपने भी मंडल स्तर पर कार्यकर्ता के रुप में काम किया है। ऐसे में राजनीतिक के अतिरेक और सामाजिक जुड़ाव को कैसे देखते हैं। पीएम मोदी ने इसका जवाब दिया और कहा जो एक बूथ होता है वह अपने आप में एक बड़ी इकाई है। हम कभी भी बूथ की इस इकाई को छोटा नही समझना चाहिए। पीएम ने कहा राजनीतिक कार्यकर्ता से उपर उठकर सामाजिक सहयोगी के रुप में पहचान बनाना चाहिए। पीएम ने कहा कई बातों में जमीनी फीडबैक बहुत जरुरी होता है। पीएम और सीएम की रणनीति भी बूथ कार्यकर्ता की जानकारी पर ही बनती है।

‘हम एसी में बैठकर पार्टी नहीं चलाते’

पीएम ने कहा बीजेपी कार्यकर्ता एसी में बैठकर पार्टी नहीं चलाते। हम गांव गांव जाकर गर्मी बारिश और ठंड में जनता के बीच जाकर खुद को खपाने वाले कार्यकर्ता है। इसलिए बूथ मजबूत होना जरुरी है। पीएम ने कहा बूथ कमेटी से ही उन्हें उज्जवला योजना शुरु की गई। पीएम ने कहा बूथ कमेटी की पहचान सेवा से होना चाहिए। लोगों के छोटे छोटे काम कराए। उनकी समस्याएं सुनें।

‘आप सामाजिक नेता बनें’

पीएम ने कहा छोटे छोटे कामों में लोगों की मदद करें। तय करना चाहिए कि कमल संदेश को हर घर तक पहुंचाए। जिससे लोगों का लाभ मिलेगा। पीएम ने कहा खेती के लिए जब किसान यूरिया खरीदते हैं तब अलग अलग जाते हैं। आप ये कर सकते हैं कि एक वाहन में सभी का यूरिया गांव में लाएं, जिससे लोग आपसे प्रभावित होंगे। नेतृत्व करने वाले और सेवा करने वाले से लोग अपने आप जुड़ जाते हैं। जनता से जुडे़ छोटे छोटे काम करोगे तो आपकी पहचान भाजपा कार्यकर्ता से आगे बढ़कर सामाजिक सेवक के रुप में बनेगी।

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