Joint statement of Modi-Trump: मोदी-ट्रंप के बयान से क्यों मची पाकि​स्तान में खलबली…जानें आतंकवाद को लेकर क्या हैं मोदी-ट्रंप के ज्वारइंट स्टेसटमेंट

PM Narendra Modi and US President Donald Trump statement Pakistan

मोदी—ट्रंप के बयान से क्यों मची पाकि​स्तान में खलबली…जानें आतंकवाद को लेकर क्या हैं मोदी-ट्रंप के ज्वारइंट स्टेसटमेंट

पीएम नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान ने पाकिस्तान में खलबली मचा दी है। दरअसल आतंकवादियों को पनाह देने वाले पाकिस्तापन में मोदी-ट्रंप के ज्वारइंट स्टेसटमेंट से खलबली मची हुई है। आखिर पीएम नरेन्द्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की फटकार के बाद क्यों फड़फड़ाने लगा पाकिस्तान।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्डप ट्रंप के साझा बयान से पाकिस्तान न केवल हिल गया, बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान की ओर से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने इसे एकतरफा ही नहीं भ्रामक और डिप्ला्मेटिक स्टैंडर्ड के विपरीत बताया है। आखिर कहना क्या चाहता है पाकिस्तान।

फटकार पर फड़फड़ाया पाक…!

अमेरिका में ट्रंप और पीएम मोदी की मीटिंग के बाद PM मोदी-ट्रंप की ओर से साझा बयान जारी किया था। यह बयान आतंकियों के पनाहगाह पाकिस्तान की गाल पर किसी करारे तमाचे से कम नहीं था। पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने साझा पाकिस्तान को सीधा मैसेज देते हुए अपनी जमीन का इस्तेनमाल आतंकवाद के लिए न करने की चेतावनी दी गई है। इसके साथ ही मुंबई और पठानकोट हमलों का भी जिक्र अपने बयान में किया गया। गुनहगारों को सजा दिलाने को कहा गया है।

आतंकवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फटकार खाने के बाद पाकिस्तान फड़फड़ाने लगा है। पाक विदेश मंत्रालय की ओर से भारत और अमेरिका के ज्वॉइंट स्टेटमेंट को एक तरफा करार दिया गया बक्लि भ्रामक और राजनयिक मानदंडों के विपरीत बताया है।

पाक विदेश मंत्रालय प्रवक्ता का बयान

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान ने भारत और अमेरिका की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस पर अपनी प्रतिक्रिया और इसका विरोध किया। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने सप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया है भारत और अमेरिका की 13 फरवरी को हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के संदर्भ में कही गई बातें भ्रामक ही नहीं राजनयिक मापदंडों पर विरोधाभासी हैं। आश्चर्य हो रहा है कि अमेरिका के साथ आतंकवाद विरोधी अभियान में सहयोग के बावजूद दोनों वैश्विक नेताओं के साझा बयान में इस तरह की बातें की गईं।

(प्रकाश कुमार पांडेय)

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