पीएम मुद्रा योजना को दस साल पूरे, प्रधानमंत्री मोदी ने किया लाभार्थियों से संवाद..जानें पीएम ने क्यों कहा नहीं आएंगे इनकम टैक्स वाले!
प्रधानमंत्री आवास पर आज मंगलवार 8 अप्रैल को मुद्रा योजना लाभार्थी से पीएम नरेन्द्र मोदी ने संवाद किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोगों के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। लाभार्थियों की यह यात्रा प्रेरणा देने वाली है। पीएम ने कहा मुद्रा योजना देश के नौजवानों के लिए है। देश के नौजवानों को उनके पैरों पर खड़ा करने के लिए है।
- मुद्रा योजना को दस साल पूरे
- पीएम मोदी ने किया लाभार्थियों से संवाद
- पीएम मुद्रा योजना के 10 साल हुए पूरे
- क्या है पीएम मुद्रा योजना
- योजना में किसको-कितना फायदा?
मुद्रा योजना के दस साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने आज मंगलवार 8 अ्रपैल को मुद्रा योजना के लाभार्थियों से बातचीत करते हुए मुद्रा योजना के लाभ गिनाये। वहीं इस दौरान कुछ ऐसे मौके भी आए जब प्रधानमंत्री मोदी ने मजाकिया अंदाज में लोगों से बात की। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने एक लाभार्थी से किया कि कि फिलहाल आपकी आय कितनी है? इस पर उस लाभार्थी की झिझक को देखते हुए पीएम मोदी ने कहा वित्त मंत्री जी मेरे बगल में ही बैठे हैं। उन्हें बोल दूंगा आयकर वाले नहीं आएंगे। इस पर सभागृह में बैठे सभी लोग ठहाका लगाकर हंसने लगे। प्रधानमंत्री आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम क दौरान पीएम मोदी ने कहा यह योजना मोदी के लिए नहीं है। यह जरूरतमंदों के लिए है।
महिलाओं को योजना का सबसे अधिक लाभ
साल 2015 में पीएम मुद्रा योजना PMMY शुरू की गई थी। जिसके तहत अब तक 52 करोड़ से अधिक लोन दिए जा चुके हैं। इस योजना का सबसे अधिक फायदा किसी को हुआ है तो वो महिलाएं हैंं। जिन्होंने कारोबार के क्षेत्र में कदम रखा और वित्तीय समावेशन के लक्ष्य को तेजी से आगे बढ़ाया है। पीएम मुद्रा योजना के लाभार्थियों में करीब 68% महिलाएं हैं।
अब तक 32.61 करोड़ लोन बांटे
अप्रैल 2015 में पीएम मुद्रा योजना के लॉन्च होने के बाद से अब तक PMMY के तहत करीब 32.61 लाख करोड़ रुपये के 52 करोड़ लोन मंजूर किए जा सके हैं। खासकर छोटे शहरों में इस योजना का असर देखा गया। जहां लोगों ने स्वयं का बिजनेस करने का विकल्प पाया।
जाने क्या है पीएम मुद्रा योजना का लाभ?
15 अ्रपैल 2015 से प्रारंभ की गई पीएम मुद्रा योजना PMMY के तहत माइक्रो यूनिट्स को बगैर कौलैटरल संस्थागत लोन दिया जाता है। इस योजना से जुड़े बैंकिंग संस्थान जैसे शेड्यूल्ड कमर्शल बैंक, नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के साथ माइक्रो फाइनेंस इंस्टिट्यूशन्स ₹20 लाख तक की क्रेडिट देते हैं। इस योजना के तहत 3 मुख्य श्रेणियां आती हैं। पहली शिशु जिसमें ₹50 हजार तक के लोन किशोर-Bold 50 हजार से लेकर 5 लाख रुपये तक के लोन शामिल है। दूसरी श्रेणी तरुण में 5 लाख से 10 लाख रुपये तक के लोन, वहीं तरुण कैटिगिरी में कर्ज लेने के बाद उसे चुकाने वालों को तरुण प्लस के तहत 10 से 20 लाख रुपये तक का लोन भी मिल सकता है।…..प्रकाश कुमार पांडेय