पीएम मोदी देंगे गोवा को NIT के स्थाई परिसर की सौगात,पूरा होगा स्वर्गीय पर्रिकर का ये सपना

PM Modi will gift the permanent campus of NIT to Goa this dream of late Parrikar will be fulfilled

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार 6 फरवरी को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान गोवा के स्थायी परिसर का उद्घाटन करने वाले हैं। उम्मीद की जा रही है कि उद्घाटन के दौरान गोवा के राज्यपाल श्रीधरन पिल्लई भी उपस्थित रहेंगे। गोवा के मुख्यमंत्री डॉ.प्रमोद सावंत, केंद्रीय शिक्षा कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग, पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपाद नाईक के साथ दक्षिणी गोवा के सांसद फ्रांसिस्को सार्डिन्हा और गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता यूरी अलेमाओ उपस्थित रहेंगे।

इस परियोजना की कल्पना गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनोहर पर्रिकर ने की थी, जो राज्य में राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान स्थापित करना चाहते थे ताकि गोवा शिक्षा के लिए गंतव्य के रूप में भी काम कर सके।

2010 में काम करना शुरू किया

एनआईटी गोवा ने 2010 में गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज, फार्मागुडी, पोंडा, गोवा के परिसर के भीतर अपने पारगमन परिसर में काम करना शुरू कर दिया था। शिक्षा मंत्रालय की सहायता से, संस्थान ने धीरे-धीरे 2023 में कुनकोलिम, दक्षिण गोवा में पूर्ण आकार ले लिया। अपने स्थायी परिसर के लिए, गोवा सरकार ने जुलाई 2017 में कुनकोलिम गांव में 113 एकड़ भूमि हस्तांतरित की। 15 दिसंबर, 2018 को परिसर की आधारशिला गोवा के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.मनोहर पर्रिकर ने तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की उपस्थिति में रखी थी।
मई 2019 में एनआईटी गोवा परिसर के निर्माण की योजना शुरू की गई और 46 एकड़ भूमि में पहले चरण के काम की रुपरेखा बनाई गई। परिसर का कुल निर्मित क्षेत्र 70750 वर्गमीटर है। जिसकी निर्माण लागत 390.83 करोड़ रुपये है। इसमें 1,260 छात्रों के रहने की व्यवस्था है। परिसर में कई सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिनमें सेमिनार कॉम्प्लेक्स,प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स, ट्यूटोरियल कॉम्प्लेक्स, विभागीय कॉम्प्लेक्स,  स्वास्थ्य केंद्र, स्टाफ क्वार्टर,हॉस्टल, सुविधा केंद्र और उपयोगिताओं के बीच खेल मैदान शामिल है।

पर्यावरण-अनुकूल विशेषताएं

इस परिसर में कई पर्यावरण-अनुकूल विशेषताएं भी हैं। जैसे सौर संयंत्र, सीवेज उपचार संयंत्र, पानी की बचत करने वाली फिटिंग और सैनिटरीवेयर में फिक्स्चर, कुशल विद्युत प्रकाश व्यवस्था और सौर ऊर्जा संचालित स्ट्रीट लाइट। इसके निर्माण के दौरान राज्य में मौसम की स्थिति के अनुकूल बागवानी कार्यों में सौर पैनलों और स्थानीय पौधों की स्थापना को शामिल किया गया है। इमारतों को बिजली के उपयोग को कम करने के लिए अच्छा प्राकृतिक वेंटिलेशन और प्रकाश व्यवस्था प्रदान करने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है।

प्रकाश कुमार पांडेय

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