पीएम नरेन्द्र मोदी को पुतिन का न्योता… जानें किस दिन जाएंगे पीएम मोदी रूस…क्यों खास है रूस के लिए 9 मई का दिन…

PM Modi may visit Russia on May 9 on the occasion of Victory Day Parade

पीएम को पुतिन का बुलावा… जानें किस दिन जाएंगे पीएम मोदी रूस…क्यों खास है रूस के
लिए 9 मई का दिन…

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर रूस यात्रा पर जाने वाले हैं। पीएम मोदी विक्ट्री डे परेड के अवसर पर 9 मई को रूस जा सकते हैं। रूसी न्यूज एजेंसी TASS की ओर से यह जानकारी दी गई है। बताया जाता है कि पीएम नरेन्द्र मोदी को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने विक्ट्री डे परेड के मौके पर आमंत्रित किया है। रुस में हर साल 9 मई को विक्ट्री डे परेड का आयोजन किया जाता है।
इस तरह से पीएम मोदी रुस की विक्ट्री डे परेड के दिन रूस जाने का प्लान बना सकते हैं। हालांकि अब तक भारत सरकार की ओर से किसी तरह की कोई आधिकारिक जानकारी मीडिया से साझा नहीं की है।

पीएम नरेन्द्र मोदी अगर रूस जाते हैं तो 2025 की यह उनकी पहली आधिकारिक रूस यात्रा होगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 में दो बार रूस की यात्रा कर चुके हैं। जुलाई 2024 में पीएम मोदी का द्विपक्षीय दौरे पर रुस गये थे। इसके बाद अक्टूबर 2024 में ही ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भी पीएम नरेन्द्र मोदी रूस गए थे। वहीं रुस के कजान शहर में पीएम मोदी की मुलाकात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई थी।

रुस के लिए इसलिए खास है 9 मई का दिन

सवाल अब यह खड़ा होता है कि आखिर 9 मई को ही प्रधानमंत्री मोदी रूस क्यों जाएंगे? आखिर रूस के लिए 9 मई की तारीख इतनी अहम क्यों है। दरअसल रुस के लिए 9 मई का दिन खासा ऐतिहासिक है। यही वह दिन है जब दूसरे विश्व युद्ध में रुस की जीत हुई थी। 9 मई को हर साल सेकेंड वर्ल्ड वॉर में जीत की वर्षगांठ मनाई जाती है। साल 1945 में सेकेंड वर्ल्ड वॉर में नाजी जर्मनी पर मिली जीत के उपलक्ष्य में हर साल रूस 9 मई को अपना वार्षिक विजय दिवस यानी विक्‍ट्री डेट मनाता है।

भारत और रूस की गहराती दोस्ती

भारत और रूस की दोस्ती से पूरी दुनिया वाकिफ है। दोनों ही देशों के राष्ट्राध्यक्ष समय-समय पर मिलते रहते हैं। इससे भारत और रूस के बीच मित्रता का रंग और गहरा होता जाता है। बता दें भारत और रुस दोनों ही देश मुश्किल वक्त में एक-दूसरे की मदद करते रहते हैं। यूक्रेन जंग पर भी भारत की ओर से रूस का कभी साथ नहीं छोड़ा गया। हालांकि इस युद्ध को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पुतिन को बार-बार कहते रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी तो पिछली रुस यात्रा में बुद्ध और युद्ध का संदेश भी सुनाकर आए थे।—प्रकाश कुमार पांडेय

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