पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से भारत को वो मिला जो आज तक हासिल नहीं हो पाया था

अमेरिकी-भारतीयों के योगदान की भी प्रधानमंत्री ने सराहना की

दुनिया के कई ऐसे देश हैं जो भारत के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। उन्हे लगने लगा है कि अब भारत उनकी जरूरत बन रहा है। यहां तक की दुनिया का सबसे शक्तिशाली माना जाने वाला अमेरिका भी भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए लालयित है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की तकनीकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से वाशिंगटन डीसी में अहम मुलाकात यानी हाइटेक हैंडशेक किया। जिसके बाद गूगल ने भारत में 10 बिलियन डॉलर और अमेजन ने अतिरिक्त 15 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की है। प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात में गूगल के सीईओ और भारतीय मूल के सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, बोइंग के सीईओ डेविड एल.कालहॉन और अमेजन के सीईओ एंड्रयू आर जेसी शामिल थे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि इन तमाम टेक सेक्टर कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात के बाद भारत की तकनीक के विकास में अमेरिकी निवेश और तकनीकी भागीदारी की राह आसान होगी।

विकास के लिए जरूरी सहयोग

अमेजन के सीईओ के साथ बातचीत में ई-कॉमर्स का मुद्दा, भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर में भावी भागीदारी की संभावनाओं का मुद्दा शामिल हुआ। पीएम ने अमेजन के भारत में एमएसएमई के डिजिटाइजेशन कदम की सराहना की। बोइंग के सीईओ डेविड एल.कालहॉन के साथ बातचीत में पीएम ने कंपनी के एविएशन सेक्टर में बढ़ती मौजूदगी के बारे में चर्चा की। इसमें विमानों की मरम्मत, रिपेयर और ओवरहॉल शामिल है। प्रधानमंत्री ने बोइंग को भारत के स्पेस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेश के लिए भी आमंत्रित किया। साथ ही उन्होंने तमाम कंपनियों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत और अमेरिका की कंपनियों के बीच तकनीकी सहयोग की बहुत अधिक संभावना मौजूद है। नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने में भारत के प्रतिभाशाली युवाओं के योगदान की पीएम ने सराहना की। उधर पीएम की अमेरिका के रोनॉल्ड रीगन केंद्र में भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात हुई। जिसमें उन्होंने अमेरिका में अलग-अलग क्षेत्रों में भारतीयों की सफलता के लिए उन्हें बधाई दी। साथ ही अमृत काल में भारत के विकास में योगदान करने की अपील की। दोनों देशों की भागीदारी को मजबूत बनाने में अमेरिकी-भारतीयों के योगदान की भी प्रधानमंत्री ने सराहना की। उन्होंने भारत से चुराई गई 100 कलाकृतियों को वापस करने के अमेरिकी सरकार के फैसले पर भी खुशी जताई है। यह मूर्तियां गलत और सही तरीके से अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच गई थी। पीएम ने कहा, मैं अमेरिका की सरकार का इसके लिए आभार व्यक्त करता हूं। इन्हें अब वापस करने का फैसला दोनों देशों के बीच के भावनात्मक संबंध को दर्शाता है।

गूगल और अमेजन करेंगी निवेश

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि गूगल भारत के डिजिटाइजेशन फंड में 10 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी। हम गुजरात में अपने ग्लोबल फिनटेक ऑपरेशन सेंटर की शुरुआत का एलान करते हैं। अमेजन के सीईओ एंडी जेसी ने कहा कि उनकी कंपनी अगले सात सालों में अतिरिक्त 15 बिलियन डॉलर का निवेश भारत में करेगी। इसके बाद कंपनी का भारत में तमाम क्षेत्रों में किए गए व्यापारिक निवेश का आंकड़ा 26 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात में तकनीक की शक्ति यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में बातचीत की। इस बैठक के बाद माइक्रोसॉफ्ट द्वारा जारी किए गए एक बयान के मुताबिक भारत दुनिया में एक बहुत ही अच्छा डेवलपर और स्टार्टअप इकोसिस्टम प्रदाता है और माइक्रोसॉफ्ट भारत के तकनीकी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। अमेजन ने एक बयान जारी कर कहा कि कंपनी के सीईओ एंडी जेसी और प्रधानमंत्री ने भारतीय स्टार्टअप सहयोग, नौकरियों की शुरुआत, डिजिटाइजेशन, एक्सपोर्ट, व्यक्तिगत और छोटे व्यापारियों को विश्व स्तर पर कार्य करने के अवसर प्रदान करने जैसे मुद्दे शामिल थे।

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