सिंधिया के मंत्री बनते ही पायलट के बगावती सुर

सिंधिया के मंत्री बनते ही पायलट के बगावती सुर

मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को ध्वस्त कर बीजेपी की सरकार बनाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को आखिकार मोदी सरकार में जगह दे दी गई है. मोदी सरकार ने सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार सौंपा है. लेकिन मोदी मंत्रिमंडल में जैसे ही सिंधिया को मंत्री बनाया गया तो वही राजस्थान की राजनीति में उबाल आ गया. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर सचिन पायलट ट्रेंड करने लगे. सोशल मीडिया खास तौर पर ट्वीटर पर एक लाइन तेजी से वायरल हुई, प्लेन मिल गया है अब पायलट की जरूरत है.

सिंधिया को बीजेपी में मिली तबज्जों को देखते हुए राजस्थान कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सरकार में अपने आप को उपेक्षित महसूस करने लगे है. पायलट ने एक बार फिर बगावती सुर दिखाना शुरू कर दिए है. खुद सचिन पायलट ने जनता से किए अपने वादों को लेकर आलाकमान को हिलाने की कोशिश की है. दरअसल, पायलट खेमे से विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने पिछले साल की तरह ही दिल्ली या मानेसर में अड्डा जमाने की धमकी तक दे डाली है. इतना ही नहीं पायलट ने भी सीधे तौर पर गहलोत सरकार को चेतावनी दी है. पायलट ने कहा है कि कांग्रेस के विपक्ष में रहने के दौरान जिन नेताओं ने काम किया है, वह सम्मान के हकदार है. पायलट ने यह बात एक चौनल को दिए इंटरव्यू में कही है.

पायलट गुट के विधायाक वेद प्रकाश सोलंकी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर मौके पर बारिश नहीं हो तो किसान क्या कर सकता है? हमने तो पहले ही खुदकुशी कर ली है. अब कुछ नहीं बचा है. अब मानेसर या दिल्ली जाना हमारा अधिकार है. अगर अब हमारी सुनवाई नहीं होती है तो हम अब दिल्ली जरूर जाएंगे. सोलंकी ने आगे कहा कि जब पायलट प्रदेश अध्यक्ष थे, तब उन्होंने जनता से वादा किया था कि सरकार बनने पर उनकी मांगें पूरी की जाएंगी. लेकिन अब जब सरकार बन गई है, तो खाली पदों नहीं को भरा जा रहा है. ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ता कहां जाएंगे. बता दें कि जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में थे, तो उस दौरान पायलट और सिंधिया के बीजेपी में जाने की खबरे सामने आई थी. जिसके बाद सिंधिया तो बीजेपी में जाकर शामिल हो गए, लेकिन पायलट अभी भी राजस्थान कांग्रेस में उलझे हुए है. अब ऐसे में पायलट और पायलट के विधायकों के तेवर से साफ झलकने लगा है कि पायलट भी देर सवेर बीजेपी का रूख कर लेंगे. अब देखना है की पायलट बीजेपी में लैंड करेंगे या फिर कांग्रेस उन्हें लैंड नहीं करने देगी. यह देखना दिलचस्प होगा.

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