हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से मूसलाधार बारिश हो रही है। राज्य के कई जिलों में हो रही बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई जगह आवागमन ठप्प हो गया है। राज्य के जिला मंडी में स्थित माता शिकारी देवी के दर्शनों के लिए करीब 200 लोग बादल फटने से फंस गए। करीब छह घंटे के ऑपरेशन के बाद इन लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
ठंड से कांप रहे यात्रियों के लिए आग जलाई
बीते रोज हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण तापमान में भारी गिरावट आ गई जिसके कारण ठंड बढ़ गई। ठंड से जूझ रहे पर्यटकों को आग जलाकर राहत दी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने स्थानीय विधायक विनोद कुमार से भी मदद मांगी। हालांकि चैलचौक शिकारी देवी वाया देवीदहाड़ सड़क पर श्रद्धालु और पर्यटकों के फंसने की सूचना मिलते ही शहर और देवीदहाड़ के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद श्रद्धालुओं के साथ इन पर्यटकों को रेस्क्यू किया गया।
पर्यटकों से एहतियात बरतने का अनुरोध
सबसे बड़ी राहत की बात ये रही कि रिसकर ऑपरेशन पूरी तरह सुरक्षित रहा और कहीं किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। इसके अलावा रविवार शाम तक इलाकों को आपस में जोड़ने वाले रोड को भी बहाल किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र के साथ स्थानीय प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है। जिला मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बाहर से आने वाले पर्यटकों को आगाह किया है कि प्रशासन के सूचना बोर्ड को देखकर ही कोई कदम उठाएं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से बेवजह यात्रा न करने की भी अपील की है। केवल जरूरी होने पर ही यात्रा करने की एडवाइजरी जारी की गई है।
30 जून तक खराब रहेगा मौसम
शिमला के मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो आने वाली 30 जून तक हिमाचल प्रदेश में मौसम खराब रहने का अनुमान लगाया गया है। राज्य के नौ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके पहले चंबा,मंडी,हमीरपुर,सिरमौर, शिमला और कांगड़ा जिले में भारी नुकसान हुआ है। कई जिलों में नदी किनारे जलस्तर बढ़ने की वजह से गाड़ियां दब गई। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सरकार के जल शक्ति विभाग,लोक निर्माण विभाग और बिजली विभाग को भी बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। प्रदेश में इन दिनों चल रहे टायरिंग के काम भी भारी बारिश की वजह से बाधित हुआ है। प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।