प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सीहोर स्थित कुबेरेश्वरधाम में सात दिनी शिव महापुराण कथा के साथ रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम प्रारंभ हो गया है। गुरूवार को पहले ही दिन यहां अव्यवस्था के चलते कई लोग हैरान परेशान नजर आए। सीहोर जिला मुख्यालय से सात किमी दूरी पर भोपाल इन्दौर हाईवे पर स्थित है हेमा चितावलिया गांव। जहां शिव महापुराण कथा सुनने और रूद्राक्ष लेने वालों की भीड़ लगी हुई है। बता दें देर रात से ही यहां लोगों की भीड़ पहुंचने लगी थीी। जिससे 70 एकड़ में पांच स्थानों पर बनाई गई पार्किंग में अब जगह नहीं बची है।
- कुबेरेश्वरधाम में शिव महापुराण कथा शुरु
- महोत्सव 22 फरवरी तक चलेगा महोत्सव
- रुद्राक्ष लेने वालों की लगी भीड़
- अब तक 10 लाख श्रद्धालु पहुंचे
- हेमा चितावलिया गांव में लगी श्रद्धालुओं की भीड़
- 70 एकड़ में बनी पार्किंग हुई फुल
- समिति और प्रशासन के इंतजाम हुए ध्वस्त
हाइवे के किनारे और आसपास के ग्रामीण रास्तों पर वाहन खड़े कर रहे हैं। बता दें बढ़ती भीड़ से समिति और प्रशासन के सभी इंतजाम धराशाही हो गए। बताया जाता है कि यहां अब तक करीब 10 लाख लोग पहुंच चुके हैं। ये महोत्सव 22 फरवरी तक चलेगा। श्रद्धालुओं की भीड़ बड़ी संख्या में पहुंचने से यहां हालात ऐसे बन गए हैं कि यहां पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। यहीं नहीं तीन महिलाएं लापता बताई जा रही हैं। जिनमें से एक महिला छत्तीसगढ़ के भिलाई की है तो एक राजस्थान स्थित गंगापुर से यहां पहुंची थी। जबकि तीसरी महिला महाराष्ट्र के बुलढाणा की रहने वाली बताई जा रही है।
रहवासी कर रहे श्रद्धालुओं की सेवा
सीहोर से सात किमी दूर बने कुबेरेशवर धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए व्यवस्था बिगड़ने लगी है। जिससे रहवासियों ने शहर में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए अपने घर के दरवाजे खोल दिए हैं। इतना ही नहीं सेवा करने जिले और आस-पास के क्षेत्रों से कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों के सदस्य सेवा कर रहे हैं। जिससे शहर शिवमय नजर आ रहा है। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष की माने तो श्रद्धालुओं को लाने ले जाने के लिए आधा दर्जन से अधिक यात्री बस लगाई गई हैं। यहां मध्यप्रदेश ही नहीं हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और गुजरात, महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों से श्रद्धालु आए है। ये सिलसिला लगातार जारी है।