पाकिस्तान को आतंक का समर्थन करने की भुगतना होगी ये सजा….भारत ने किया दुनिया के सामने पाक को बेनाब
भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लिया और सिंधु जल समझौता सस्पेंड कर दिया। इतना ही नहीं ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। बिना उकसावे के पाकिस्तान की ओर से ड्रोन से हमले किये गये। जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। इसके साथ ही जवाब कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को दहला दिया है। इस बीच भारत की ओर से उसे एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डालने की कोशिश की गई है। भारतीय विदेश मंत्री डॉ.एस.जयशंकर ने दुनिया भर के सामने पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है।
एक बार फिर टेररिजम को स्पॉन्सर करने और आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा LeT का समर्थन करने की कोशिशों को भारत ने दुनिया के सामने उजागर करने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिए हैं। जिसका उद्देश्य पाकिस्तान को फिर से वित्तीय कार्रवाई कार्य बल एफएटीएफ की ‘ग्रे लिस्ट’ कैटेगरी में डालना है। हालांकि अब इन सबसे काम नहीं चलने वाला। अब वक्त है पाकिस्तान को पूरी तरह से नेस्तानाबूत और बेनकाब करते हुए उसे आतंकवाद का समर्थक करने वाला देश घोषित करना। इसके लिए भारत को अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यूएनएसी में पुरजोर तरीके से अपनी बात रखनी होगी। जिससे पाकिस्तान को पूरी तरह से अलग-थलग किया जा सके।
भारत के विदेश मंत्री ने की इटली, EU और अमेरिकी नेताओं से बात
भारत के विरुद्ध पाकिस्तान की ओर से की जाने वाली उकसाने वाली सैन्य कार्रवाई में तेजी के बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार देर रात इटली के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री एन्टोनियो ताजानी के साथ ही यूरोपीय संघ ईयू की विदेशी मामलों की वरिष्ठ प्रतिनिधि काजा कल्लास से फोन पर बातचीत की। उन्हें पड़ोसी देश पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई के बारे में बताया गया। इटली के साथ ही यूरोपीय संघ के इन नेताओं के बीच विदेश मंत्री की यह बातचीत टेलीफाेन पर हुई जिसमें विदेश मंत्री ने उन्हें बताया कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई ‘लक्षित ही नहीं संतुलित’ भी है। विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए साझा की और कहा इटली के उप प्रधानमंत्री एन्टोनियो ताजानी के साथ टेलीफोन वार्ता की थी। भारत आतंकवाद का दृढ़ता से मुकाबला कर रहा है इसके लिए भारत लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया पर चर्चा की गई है।
अमेरिका ने किया दखल से इंकार
- अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का बड़ा बयान
- भारत-पाकिस्तान संघर्ष ‘हमारा मामला नहीं’
- अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा-
- ‘अमेरिका इसे नियंत्रित नहीं कर सकता’
- भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर दी प्रतिक्रिया
अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक बयान में कहा है कि भारत पाक के बीच यह संघर्ष “मूल रूप से हमारा मामला नहीं है। अमेरिका इसे नियंत्रित नहीं कर सकता है। उन्होंने एक टेलीविजन साक्षात्कार में यह बयान दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि अमेरिका दोनों पक्षों से तनाव कम करने की अपील करेगा, लेकिन सीधे हस्तक्षेप नहीं करेगा। वेंस ने यह भी कहा है कि “हम इन देशों को नियंत्रित नहीं कर सकते है। मूल रूप से भारत की पाकिस्तान के साथ अपनी समस्याएं हैं। भारत ने पाकिस्तान को जवाब दिया है। अमेरिका इन दोनों देशों से थोड़ा तनाव कम करने का आग्रह कर सकता हैं, लेकिन हम एक ऐसे युद्ध के बीच में शामिल नहीं होने जा रहा है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि यह संघर्ष व्यापक युद्ध या परमाणु संघर्ष में नहीं बदलेगा।