बिन पानी पाकिस्तान में सब सून…घुटनों पर आया आतंकियों का आका…भारत से मांग रहा पानी…!
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया था। इस आतंकी हमले में 26 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। पर्यटकों की मौत के बाद भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए। ऑपरेशन
सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई। इसके साथ ही भारत ने सिंधु जल संधि को रोकने का ऐलान किया था। लेकिन भारत के इस कदम से अब पाकिस्तान घुटनों पर आ गया है। भारत के सामने एक बार फिर पाकिस्तान गिड़गिड़ाने लगा है।
- पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सख्त
- पाकिस्तान के खिलाफ उठाए कई सख्त कदम
- ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाक में आतंकियों को ठोका
- आतंकी ठिकानों पर की गई सख्त कार्रवाई
- भारत ने निलंबित किया सिंधु जल संधि समझौता
- पाकिस्तान के सैन्य हमलों का दिया मुंहतोड़ जवाब
- पिटने के बाद अब आई पाकिस्तान को अक्ल
- पानी के लिए घुटनों पर आ गया पाकिस्तान
- भारत के सामने बार फिर गिड़गिड़ाने लगा पाक
- भारत के जल शक्ति मंत्रालय को लिखा पत्र
- सिंधु समझौते का निलंबन रद्द करने की मांग
- भारत सरकार करे निर्णय पर पुनर्विचार
पाकिस्तान ने भारत से सिंधु समझौता निलंबित करने के अपने निर्णय पर दोबारा विचार करने की गुहार लगाई है। पाकिस्तान ने अपील करते हुए कहा कि इस निर्णय पर भारत पुनर्विचार करे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत के जल शक्ति मंत्रालय को पाकिस्तान जल संसाधन मंत्रालय की ओर से एक पत्र लिखा गया है। इस पत्र में पाकिस्तान जल संसाधन मंत्रालय ने भारत सरकार अपील की है कि भारत के इस कदम से पाकिस्तान में गंभीर जलसंकट पैदा होने की आशंका बन गई है। लिहाजा इस निर्णय पर भारत पुनर्विचार करे। इसके साथ ही पत्र में यह भी लिखा गया है कि पाकिस्तान इस मसले पर चर्चा के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से दिया था कड़ा संदेश
बता दें कि पहलगाम हमले के बाद हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। पीएम ने कहा था कि भारत अब तीन नदियों के जल का अपने लिए उपयोग करने की योजना बना रहा है। इतना ही नहीं इस पर तत्काल काम भी शुरू कर दिया गया है।
जानें आखिर क्या है सिंधु जल समझौता
भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौता Indus Waters Treaty सितंबर 1960 को विश्व बैंक की मध्यस्थता के बाद हस्ताक्षरित एक जल बंटवारा समझौता है। सिंधु जल समझौता Indus Waters Treaty समझौता सिंधु नदी प्रणाली की छह नदियों— सिंधु, चिनाब, झेलम, ब्यास, सतलुज और रावी के पानी के उपयोग को नियंत्रित करता है।
पाक को 80 फीसदी पानी मिल रहा था
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सिंधु जल संधि के तहत सिंधु और उसकी सहायक नदियों से भारत के हिस्से में 19.5 प्रतिशत पानी आ रहा था जबकि पाकिस्तान को समझौते के तहत करीब 80 प्रतिसत पानी मिल रहा था। भारत अपने हिस्से के जल में से भी लगभग 90 प्रतिशत पानी ही उपयोग कर रहा था।…प्रकाश कुमार पांडेय