एशिया कप से नाम वापस लेने की क्यों सोच रहा है पाकिस्तान ? जानें वजह

भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से एशिया कप को लेकर रस्साकशी जारी है. अब खबर आ रही है कि पाकिस्तान एशिया कप से नाम वापस लें सकता है. दरअसल पाकिस्तान एशिया कप की मेजबानी नहीं छोड़ना चाहता है, वहीं भारत पाकिस्तान में खेलने से साफ इंकार कर चुका है.  पाकिस्तान मेजबानी जाने के डर से भारत के लिए हाईब्रिड मॉडल भी चुका है, लेकिन अब पाकिस्तान के इस मॉडल को दूसरे देशों के बोर्ड्स ने भी नकार दिया है.

 

क्या है हाईब्रिड मॉडल ?
पाकिस्तान भारत के लिए हाईब्रि मॉडल की पेशकश कर चुका है. हाईब्रिड मॉडल में भारत अपने सारे मुकाबले किसी न्यूट्रल वेन्यू पर खेलने वाला था, वहीं बाकि टीमे अपने सारे मैच पाकिस्तान में ही खेलने वाली थी. हालांकि पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेरते हुए श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों ने इस हाइब्रिड मॉडल को सिरे से नकार दिया है. भारत शुरूआत से ही इस हाईब्रि़ड मॉडल के खिलाफ था , अब उसे इसे मुद्दे पर बाकि देशों का साथ मिला है. अगर पाकिस्तान अपना नाम वापस लें लेता है तो एशिया कप की मेजबानी श्रीलंका या बांग्लादेश को दें दी जाएगी.

 

पाकिस्तान के पास सिर्फ दो ऑप्शन
पाकिस्तान के पास अब सिर्फ दो ही ऑप्शन बचे है. पाकिस्तान या तो न्यूट्रल वेन्यू पर एशिया कप खेलने के लिए तैयार हो जाएं फिर टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लें. हालांकि पाकिस्तान के बाहर होने की अभी कोई आधिकारिक सूचना बाहर नहीं आई है. अब देखना रोचक होगा कि पाकिस्तानी बोर्ड क्या फैसला लेता है. आपको बता दें कि इस महीने के अंत में एशियन क्रिकेट काउंसिल की मीटिंग होने वाली है जिसमे एशिया कप की मेजबानी को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

 

वर्ल्ड कप पर पड़ सकता है असर
एशिया कप की मेजबानी का विवाद आगामी वर्ल्डकप पर भी असर डाल सकता है. भारत में इसी साल अक्टूबर में वर्ल्डकप खेला जाना है, पाकिस्तान एशिया कप की मेजबानी छीनने के विरोध में भारत आने से मना कर सकता है. पाकिस्तानी बोर्ड के चैयरमैन नजम सेठी भी वर्ल्डकप में भारत न आने की धमकी दें चुके है, जिसके चलते आईसीसी के ऑफिशियल्स विवाद का हल निकालने के लिए पाकिस्तान पहुंचे थे. लेकिन वे भी विवाद का हल नहीं निकाल पाएं और पाकिस्तान से वापस लौट आएं.

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