अब नीति आयोग की बैठक ने बढ़ाई कई मुख्यमंत्रियों की दिक्कत !

बिहार की सीएम नीतीश कुमार और छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल को लेकर संशय

नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने की मांग कर रहे कई राजनैतिक दलों के मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे कि नहीं होंगे,इसको लेकर संशय बना हुआ है। इस मामले पर अभी तक किसी भी मुख्मंत्री ने खुलकर अपनी बात नहीं रखी है।संसद के नये भवन के उद्घटन के ठीक एक दिन पहले यानी 27 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग के संचालन परिषद की बैठक आहूत की गई है। बैठक में चूंकि सभी मुख्यमंत्री बतौर सदस्य शामिल होते हैं, लिहाजा कोशिश ये की गई है कि विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री एक दिन पहले नीति आयोग की बैठक में शिरकत कर लें फिर अगले दिन 28 तारीख, रविवार को संसद के नये भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल हों।

लंबे समय बाद हो रही है नीति आयोग की बैठक

नीति आयोग की उच्चस्तरीय बैठक लंबे समय के बाद आयोजित की गई है। बैठक में अर्थव्यवस्था, कृषि और स्वास्थ्य जैसे विषयों को प्रमुखता से बातचीत के लिए एजेंडे में रखा गया है। कौन से मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक में आयेंगे और कौन संसद भवन समारोह में शामिल नहीं होंगे बहुत साफ नहीं है, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिल्ली नहीं आने की खबर आ रही है। संसद भवन के समारोह में कांग्रेस समेत लगभग 20 विपक्षी दलों ने चूंकि बहिष्कार किया है तो जाहिर है कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक के मुख्यमंत्री वहां नहीं जाएंगे। मगर क्या वे नीति आयोग की बैठक में आएंगे, इस संबंध में भी अभी कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं।

अनुपस्थित होकर विरोध दर्ज करा सकते हैं

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एका के लिए जहां विपक्षी दल के नेताओं से भेंट मुलाकात कर रहे हैं तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के लाये गये आर्डिनेंस के खिलाफ विपक्षी दल के नेताओं से साथ देने की अपील कर रहे हैं। मुलाकात कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार के पास अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग की पावर सुप्रीम कोर्ट से मिलने के बाद केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर उसे पलट दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इसे गैर संवैधानिक और अलोकतांत्रिक करार देते हुए सभी विपक्षी दल के नेताओं से सहयोग की अपील की है। माना जा रहा है कि संसद भवन के उद्घाटन में गैर हाजिर रहकर जिस तरह विपक्षी दल के नेता अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं वैसे ही नीति आयोग की बैठक से अनुपस्थित रहकर संबंधित दल के नेता विरोध दर्ज करा सकते हैं।

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