अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मुस्लिम समुदाय के बीच रामकथा सुनाने की बात कही है। बता दें मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के पनागर में इन दिनों बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री कथा का आयोजन कर रहे हैं। जहां से उन्होंने एक बार फिर एक बड़ा ऐलान कर सभी को चौंका दिया है। जी हां, हमेशा हिंदुत्व की बात करने वाले कथाकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बयान दिया है कि वे अब एमपी के कटनी में मुस्लिम समुदाय के बीच राम कथा करेंगे।
- पं.धीरेन्द्र शास्त्री ने स्वीकार किय मुस्लिम श्रद्धालु का आग्रह
- मुस्लिम समुदाय के बीच सुनाएंगे राम कथा
- पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के बयान पर विवाद
- सभी लोग टोपी पहनकर सुनेंगे रामकथा
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के इस ऐलान के बाद विवाद खड़ा होता नजर आ रहा है। कोई उन पर तंज कसते हुए कह रहा है कि बाबा ऐसे हिंदू राष्ट्र बनाएंगे तो किसी ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के इस कदम की सराहना की और कहा हिंदू मुस्लिम को जोड़ने की अच्छी पहल है।
बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं पं.धीरेन्द्र शास्त्री
बता दें कटनी के तनवीर खान के घर रामकथा होगी। पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने बयान और काम को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। उन्हें अक्सर मंच से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करते देखा गया है।
इस बार उन्होंने अपनी छवि बदलकर एक मुस्लिम श्रद्धालु के यहां रामकथा करने का निमंत्रण स्वीकार किया है। बागेश्वर धाम ने कहा हमने कटनी के मुस्लिम भक्त तनवीर खान के निमंत्रण को स्वीकार किया है। तनवीर खान ने हमें कटनी में रामकथा आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया था। अब तक आपने हिंदू परिवारों में हिंदू धार्मिक आयोजन होते देखे होंगे। लेकिन पहली बार भारत में भारत में एक मुस्लिम परिवार रामकथा का आयोजन करने जा रहा है। जहां सभी टोपियां पहनकर आएंगे और रामकथा से एकाकार होंगे। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसी कथा पहली बार होगी। जहां अगल बगल कौन बैठा होगा। किसी को नहीं मालूम होगा।
रामकथा से होगा हिंदू मुस्लिम गठजोड़
कटनी के पीर बाबा ट्रस्ट के ट्रस्टी तनवीर खान का नाम चर्चित है। कटनी में पीर बाबा ट्रस्ट काफी मशहूर है। अगर पीर बाबा ट्रस्ट की ओर से रामकथा का आयोजन होता है तो यह एक नए तरह का आयोजन होगा। धार्मिक जुड़ाव भी रहेगा। हालांकि इस आयोजन की तारीख अभी तय नहीं हुई है। लेकिन पंडित धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान की खूब चर्चा हो रही है।