उत्तर-पूर्व अरब सागर में उठने वाला भीषण चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 5 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से अब उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। तुफान का केंद्र गुजरात में जखाऊ बंदरगाह से करीब दो सौ 90 किमी दक्षिण-पश्चिम और देवभूमि द्वारका के तीन सौ किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम है। पोरबंदर के तीन सौ 50 किमी पश्चिम और पाकिस्तान के कराची से तीन सौ 70 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केन्द्र है।
- ‘चक्रवात बिपरजॉय’ के लिए तैयार गुजरात
- 37 हजार से अधिक लोगों को किया शिफ्ट
- कच्छ तट की ओर बढ़ रहा चक्रवात
- जखाऊ बंदरगाह के पास करेगा लैंडफॉल
- तैनात हैं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ
- एहतियात के तौर पर 69 ट्रेन की रद्द
मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार तूफान बिपरजॉय के उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा की ओर बढ़ने और सौराष्ट्र-कच्छ के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान में कराची के तटीय इलाकों को पार करने की संभावना हैं। वहीं कच्छ तट की ओर चक्रवात बिपारजॉय बैरल के रूप में बढ़ रहा है। ऐसे में सरकार ने राज्य के आठ जिलों में समुद्र नजदीक रहने वाले करीब 37 हजार 800 लोगों को दूसरी जगह भेज दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की माने तो शक्तिशाली चक्रवात 15 जून को जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल करेगा।
जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल
वहीं तटीय इलाकों में रहने वाले 37 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बने आश्रय केन्द्र में स्थानांतरित कर दिया गया है। बता दें शक्तिशाली चक्रवात बिपारजॉय के 15 जून को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल बनाने की उम्मीद है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इसके अलावा सेना के अधिकारियों ने नागरिक प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ संयुक्त रूप से राहत कार्यों की योजना बनाई है।
गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश
चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने लगी है। इतना ही वेरावल में 204 मिमी, पोरबंदर में 79 मिमी, द्वारका में 30 मिमी और ओखा में 16 मिमी बारिश दर्ज की गई। यानी बिपरजॉय के चलते अच्छी बारिश हो रही है। अगले 48 घंटों के दौरान गुजरात के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार वड़ोदरा, गांधीनगर, अहमदाबाद, डीसा और पाटन में भी हल्की बारिश के आसार है।। हालांकि भारी बारिश जूनागढ़, ओखा, पोरबंदर और जामनगर तक ही सीमित रहेगी और बाद में कच्छ तक भी जा सकती है। कई भागों में तेज हवाओं के साथ तटीय स्टेशन अधिक असुरक्षित होंगे। यहां 10 किमी के दायरे में आने वाले लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। गुजरात सरकार तट के 10 किमी के भीतर लोगों को निकालने का लक्ष्य बना रही है। अहमदाबाद आईएमडी के निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि चक्रवात के 15 जून की शाम को 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ में मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच पार करने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के तटीय हिस्सों, खासकर कच्छ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में तेज हवाओं के साथ बेहद तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
करीब 69 ट्रेन रद्द
वही तुफान बिपरजॉय के चलते रेलवे भी सतर्क नजर आ रहा है। पश्चिम रेलवे के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि अधिकारियों ने यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेनों के संचालन को देखते हुए एहतियात के तौर पर 69 ट्रेन रद्द कर दी गई हैं। वहीं करीब 32 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया है, जबकि 26 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया जाएगा। पश्चिम रेलवे ने एक विज्ञप्ति में यह भी कहा है कि उसने यात्रियों की सुरक्षा के लिए आपदा प्रबंधन कक्ष, हेल्प डेस्क स्थापित करने, राहत ट्रेनों को तैयार रखने सहित कई उपाय किए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवात में व्यापक विनाशकारी क्षमता है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों को सबसे अधिक प्रभावित करने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा उम्मीद के मुताबिक चक्रवात बिपारजॉय बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में मामूली रूप से कमजोर हो गया है। अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान में 167-221 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती हैं। बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान 118-166 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से आता है। लेकिन चक्रवात अभी भी 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं से भरा हुआ है। हवा की तीव्रता धीरे-धीरे कम होती रहेगी। तूफान 15 जून को लैंडफॉल बनाने के लिए कच्छ की ओर बढ़ रहा है। 15 जून की दोपहर तट से टकराने पर चक्रवात के 125-135kmh की तेज़ हवाएँ चलने की उम्मीद है।
बिजली आपूर्ति की तैयारियों की समीक्षा
इस बीच केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने गुजरात और राजस्थान के तटीय क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति के रखरखाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए बिजली मंत्रालय, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण सीईए, भारत के ग्रिड नियंत्रक और पीजीसीआईएल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। जो चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से प्रभावित होने की संभावना है। उन्होंने गुजरात के ऊर्जा मंत्री से फोन पर विभिन्न आवश्यक व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने सभी संबंधितों को सख्त निर्देश दिया कि वे स्थिति की लगातार निगरानी करें और प्रभावित होने वाले राज्यों को स्थिर ग्रिड आपूर्ति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं और व्यवस्था भी करें।