बिहार में अन्नदाता पर मार…8.40 करोड़ की फसल बर्बादी की भरपाई करेगी नीतीश सरकार…
बिहार में बेमौसम की मार से अन्नदाता परेशान हैं। यहां आंधी और बारिश में 8 जिलों में करीब 4908 हेक्टेयर में 33 प्रतिशत से अधिक फसलों बर्बाद हो चुकी हैं। ऐसे में कृषि विभाग ने इसे लेकर सभी संबंधित जिला अधिकारियों से फसल क्षति की जानकारी तलब की थी। जिसके बाद जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार करीब 8.40 करोड़ रुपये की क्षति की प्रतिपूर्ति के लिए राज्य आपदा प्रबंधन विभाग से किसानों को मुआवजा देने के लिए राशि की मांग की गयी है।
- किसानों को दिया जाएगा मुआवजा
- आंधी-बारिश में 8 जिलों की फसलें बर्बाद
- 4908.53 हेक्टेयर में 33 फीसदी से अधिक फसल बर्बाद
- कृषि विभाग ने मांगी जिलाधिकारियों से जानकारी
- फसल क्षति की मांगी थी जानकारी
- जिलों की रिपोर्ट के अनुसार 8.40 करोड़ की क्षति
- क्षति प्रतिपूर्ति के लिए आपदा प्रबंधन विभाग से मांगी राशि
- नीतीश सरकार करेगी 8.40 करोड़ की भरपाई
- बिहार के किसानों को मिलेगा मुआवजा
पिछले दिनों राज्य में तीन दिनों की आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के चलते राज्य के आठ जिलों में करीब 33 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गयी है। यहां किसानों को उनकी फसलों की काफी क्षति हुई है। लेकिन बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने अब फसलों की हुई क्षति की भरपाई करने की तैयारी कर ली है। आपदा प्रभावित क्षेत्र के किसानों को हुए फसल नुकसान की राशि का भुगतान किया जाएगा। सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर राज्य के कृषि और आपदा प्रबंधन विभाग ने इस संबंध में तैयारी भी शुरू कर दी है।
दरअसल, रबी और गरमी के मौसम में इस साल 9,10 और 14 अप्रैल को राज्य में आंधी, ओलावृष्टि और असामयिक बारिश से फसलों की क्षति की सूचना प्राप्त हुई। इसके बाद फसलों की बर्बादी की भरपाई के लिए राज्य की नीतीश कुमार सरकार की ओर से विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। इन जिलों में मधुबनी, गया, नालन्दा, सुपौल, समस्तीपुर, नवादा, मधेपुरा और बेगूसराय जिले के किसान शामिल हैं। इन जिलों में बेमौसम की बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से फसलों को काफी क्षति हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार इन 8 जिलों में करीब 4908.53 हेक्टेयर में 33 प्रतिशत से अधिक फसल को नुकसान पहुंचा है। इसके पहले राज्य के कृषि विभाग की ओर से इसके लिए सभी संबंधित जिला अधिकारियों से फसल क्षति के आंकलन की रिपोर्ट मांगी थी। जिलों के जिला अधिकारियों की भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार किसानों को करीब 8.40 करोड़ रुपये की क्षति की प्रतिपूर्ति की राशि बांटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग से बजट की मांग की गयी है।
आपदा विभाग से राशि प्राप्त होते ही संबंधित जिलों के प्रभावित किसानों को DBT के जरिए से कृषि इनपुट अनुदान योजना के तहत फसल क्षति की प्रतिपूर्ति राशि के वितरण की कार्रवाई प्रारम्भ कर दी जाएगी। राज्य के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा की माने तो हाल में बिहार के विभिन्न भागों में आयी आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के चलते गेहूं, मक्का,गर्मा मूंग, तिल, उड़द, मूंगफली, पान, अरहर, केला, सब्जी, प्याज समेत कई उद्यानिक फसलों को क्षति हुई है। डिप्टी सीएम ने कहा किसान परेशान न हों, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों को हर संभव सहायता पहुंचाएगी।
तैयारी में जुटा आपदा प्रबंधन विभाग
पिछले दिनों कृषि विभाग को राज्य में आंधी, असामयिक बारिश और ओलावृष्टि से फसलों की क्षति की सूचना मिली थी। इसके बाद कृषि विभाग की ओर से जिला अधिकारियों से रिपोर्ट मंगवायी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर करीब 8 करोड़ 39 लाख 57775 रुपये क्षति का आकलन किया गया है। कृषि विभाग की ओर से जिला अधिकारियों से मिली आंकलन रिपोर्ट के आधार पर इस राशि की क्षति प्रतिपूर्ति की मांग आपदा प्रबंधन विभाग से की गई है। आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से किसानों के लिए इस राशि का भुगतान की तैयारी की जा रही है।
बेमौसम बारिश से बर्बाद हुईं ये फसलें
राज्य में बेमौसम की आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से मक्का, गेहूं, गर्मा मूंग, उड़द, तिल, मूंगफली, पान, अरहर, सब्जी, केला, प्याज और दूसरी कई उद्यानिक फसल बर्बाद हुई हैं।