नई दिल्ली। नई दिल्ली में जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है। बैठक की शुरुआत से पहले तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में अपनी जान गंवाने वालों को एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी 20 की इस महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए भारत को ग्लोबल साउथ की आवाज बताया है।
- जी- 20 के विदेश मंत्रियों की बैठक
- जी-20 समिट में शामिल हुए कई देशों के विदेश मंत्री
- चीन के विदेश मंत्री क्विन गेंग भी दिल्ली पहुंचे
- भूकंप में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में शामिल होने भारत पहुंचे जी20 देशों के सभी विदेश मंत्रियों का स्वागत करते हुए कहा यह बैठक एकता, एक उद्देश्य और कार्रवाई की एकता की आवश्यकताओं को बल देती है। उन्हें उम्मीद है कि इस बैठक में आम और ठोस उद्देश्यों को हासिल करने के लिए सभी एक साथ आने की भावना को दर्शाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत ग्लोबल साउथ की आवाज है।
भारत के विदेश मंत्री ने की अगवानी
दिल्ली में हो रही जी20 के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले भारत के विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर ने जर्मनी की विदेश मंत्री अन्नालीना बाएबॉक की आगवानी कर उनका भारत में स्वागत किया। जर्मनी की विदेश मंत्री भी बैठक में हिस्सा लेने नई दिल्ली पहुंचीं हैं। इसके साथ ही इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए चीन, इंडोनेशिया, स्पेन के साथ साऊदी अरब और क्रोएशिया के भी विदेश मंत्री भारत पहुंच चुके हैं।
चीनी विदेश मंत्री क्विन गेंग भी हुए शामिल
बता दें लद्दाख बॉर्डर पर भारत और चीन में तनाव के बीच चीन के विदेश मंत्री क्विन गेंग नई दिल्ली पहुंचे। वे यहां G20 समिट की बैठक में शामिल हुए। चीनी विदेश मंत्री गैंग नई दिल्ली में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक के साथ ही भारत के विदेश मंत्री से द्विपक्षीय चर्चा भी करेंगे। बता दें ये बैठक ऐसे समय हो रही है जब लद्दाख बॉर्डर पर दोनोंं देशों के बीच तनाव खत्म नहीं हो रहा है। जबकि तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के उच्चाधिकारियों के बीच कई दौर की बैठकें कर चुकी है। लेकिन शांति कायम नहीं हो सकी है। अब जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक के मौके पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ चीन के विदेश मंत्री की द्विपक्षीय बैठक से उम्मीद है सीमा विवाद खत्म होगा। साथ ही राजनयिक और सैन्य वार्ता के भी परिणाम सकारात्मक होंगे।