छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमला के बाद सीआरपीएफ (CRPF) के कोबरा कमांडों को अगवा कर ले गए राकेश्वर सिंह मन्हास (Cobra Commando Rakeshwar Singh) की नक्सलियों ने तस्वीर जारी की है. इससे पहले नक्सलियों ने एक पत्र भी जारी किया था, जिसमें नक्सलियों ने कहा है कि कमांडो सुरक्षित है, हमारी मांगे पूरी होने के बाद कमांडो को छोड़ देंगे.
नक्सलियों इस कमांडो की तस्वीर को बीजापुर के पत्रकार गणेश मिश्र को भेजी है. नक्सलियों ने पत्रकार को फोन भी किया, जिसमें कमांडो की रिहाई की शर्तो के बारे में बताया बता दें कि नक्सलियों ने 3 अप्रैल को बीजापुर-सुकमा में सीआरपीएफ (crpf) के जवानों को घेर लिया था. नक्सली और जवानों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी. मुठभेड़ में जवानों ने करीब 15 नक्सलियों को मार गिराया था, लेकिन मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 22 जवान शहीद हो गए थे. जबकि 30 से अधिक जवान घायल हो गए थे. नक्सली जवानों के शवों को एक ट्रेक्टर में भरकर ले गए थे. नक्सलियों ने आज अगवा कमांडो की तस्वीर जारी की है. जारी तस्वीर में कोबरा कमांड़ो राकेश्वर सिंह (Cobra Commando Rakeshwar Singh) स्वस्थ्य दिखाई दे रहा है. तस्वीर में देखा जा सकता है कि राजेश्वर सिंह (Cobra Commando Rakeshwar Singh) ताड के पत्ते से बनी एक झोपड़ी में बैठा हुआ है.
नक्सली हमले का मास्टरमाइंड हिडमा
बीजापुर नक्सील हमले में 25 लाख इनामी नक्सल कमांडर माड़वी हिडमा का हाथ बताया जा रहा है. बीजापुर और सुकमा की नक्सली गतिविधियों पर हिडमा का ही नियंत्रण रहता है. नक्सली कमांडर हिडमा का असली नाम संतोष उर्फ इंदमुल उर्फ पोडियाम भीमा है. माओवादी संगठनों से नाता रखने वाला हिडमा कद काठी में छोटा दिखता है. हिडमा का जन्म सुकमा जिले के पुवर्ती गांव में हुआ था. पुवर्ती गांव में आज भी पहुंच पाना असंभव माना जाता है, क्योंकि यह गांव पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच बसा हुआ है. इतना ही नहीं गांव पर नक्सलियों का बोलबाला है, जिसके चलते गांव में करीब 20 सालों से स्कूल भी नहीं लगा है.