पीएम बनने के 11 साल बाद नागपुर पहुंचे नरेन्द्र मोदी … माधव नेत्रालय भवन की आधारशिला रखते हुए कहा…संघ अमर संस्कृति का एक वट वृक्ष है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 30 मार्च को नागपुर पहुंचे। इस दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी ने रेशम बाग स्थित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुख्यालय जाकर संघ संस्थापक डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार और द्वितीय सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर को श्रद्धासुमन अर्पित किये। बता दें प्रधानमंत्री बनने के करीब 11 साल बाद नरेन्द्र मोदी नागपुर पहुंचे हैं।
नागपुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी संघ मुख्यालय पहुंचे
डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार को दी श्रद्धांजलि
माधव सदाशिव गोलवलकर को दी श्रद्धांजलि
पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां कार्यक्रम के दौरान कहा आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का पहला दिन है और यह दिन बहुत विशेष है। आज से नवरात्रि का पावन पर्व शुरू हो रहा है। पीएम ने कहा देश के अलग-अलग कोनों में आज गुड़ी पड़वा के साथ ही उगादि और नवरेह का त्यौहार भी लोग मना रहे हैं। आज भगवान झूले लाल जी और गुरु अंगद देव का अवतरण दिवस भी मनाया जा रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इसी साल संघ की गौरवशाली यात्रा के सौ साल भी पूरे हो रहे हैं। वे इन विभूतियों के नमन करते हैं और देशवासियों को नवरात्रि ही नहीं सभी पर्वों की बहुत-बहुत बधाई देते हैं।
संघ मुख्यालय— गुरुत्व का यह अद्भुत विद्यालय है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में कहा कि गुरुत्व का यह अद्भुत विद्यालय है। पीएम मोदी ने कहा कि लालकिले से उन्होंने सबके प्रयास की बात कही थी। आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में उन प्रयासों को बढ़ाया जा रहा है। देश के सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले। यह हमारी प्राथमिकता है। देश में गरीब से गरीब को भी अच्छे से अच्छा इलाज मिले, कोई भी देशवासी जीवन जीने की गरिमा से वंचित न रहे। अपना जीवन देश के लिए दे चुके बुजुर्गों को इलाज की चिंता न सताती रहे उनके परिजनों को भी यह चिंता न सताए यह हमारा प्रयास है। यह हमारी सरकार की नीति है।
करोड़ेों लोगों को मिल रही मुफ्त उपचार की सुविधा
इसलिए आयुष्मान भारत योजना के कारण आज करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। हजारों जनऔषधि केंद्र देश के गरीबों को मध्यम वर्गीय परिवारों को सस्ती दवाएं प्रदान कर रहे हैं। इन दोनों देश में करीब हजारों डायलिसिस केंद्र पर मुफ्त में डायलिसिस की सेवा का एक यज्ञ चल रहे हैं। इसे देशवासियों के हजारों करोड रूपए बच रहे हैं। उनका स्वास्थ्य लाभ हो रहा है। पिछले 10 साल में गांव में लाखों आयुष्मान भारत आरोग्य मंदिर बनाए गए। जहां से लोगों को देश के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर से प्राथमिक इलाज मिलता है और आगे के लिए सहायता होती है।