बीते करीब ढाई महिनों से मणिपुर में हिंसा चल रही है। सौ से अधिक लोगों की मौत हुई है और सैकड़ों लोगों के घर जला दिए गए है। कई महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ है उन्हे निर्वस्त्र घुमाया गया है। कुल मिलाकर कानून व्यवस्था नाम का कोई शब्द वहां नहीं रहा है। इसके बाद भी मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह अपने पद पर बने हुए हैं। उन्हे क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए उनकी समझ से बाहर होता दिखाई दे रहा है। अभी भी बड़ी मात्रा में विदेशी हथियार मिलने की खबरें आ रहीं है। कभी वायरल वीडियों में भी हरियार दिखाई देते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ये विदेशी हथियार आ कहां से रहे हैं।
चीन पर गहराता शक
मणिपुर में जिस तरह से हिंसा की आग बुझाने में सरकारें नाकाम हो रही है उससे एक आशंका यह भी है कि कहीं चीनी हथियार कहां से आ रहे हैं। इसके पीछे कौन लोग हैं लोग चीन का हाथ होने का शक भी जाहिर कर रहे हैं। हालांकि सच कितना है ये तो जांच होने पर ही पता चल पाएगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मणिपुर में जारी हिंसा में चीनी हथियारों के प्रयोग को लेकर कहा कि विदेश मंत्री ने अपनी हालिया विदेश यात्राओं के दौरान म्यांमार के मंत्री के साथ सीमा से लगे इलाकों में शांति और स्थायित्व स्थापित करने के मुद्दे पर चर्चा की है। भारत चाहता है कि म्यांमार के साथ लगे हुए उसके सीमाई इलाकों में शांति और स्थायित्व कायम होना चाहिए।
मणिपुर हिंसा पर लोगों में नाराजगी
मणिपुर में जिस तरह से हिंसा चल रही है,उससे लोगों में भारी नाराजगी है। सोशल मीडिया कमेंट से पटा पड़ा हुआ है। वायरल वीडियो आत्मा को झकझोर देने वाले हैं। कोई हैवान भी इन वीडियों को देखेगा तो उसकी भी आत्मा हिल जाएगी। लेकिन हिंसा करने वालों का मन नहीं पसीज रहा है। ऐसी घटनाओं से खुद प्रधानमंत्री दुखी हैं उन्होंने कहा कि ये घटना देश के 140 करोड लोगों को शर्मसार करती है।
द्विपक्षीय वार्ता
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की भारत यात्रा को लेकर अरिंदम ने कहा, यह एक महत्वपूर्ण यात्रा है। श्रीलंका के साथ हमारे बेहद महत्वपूर्ण संबंध हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की द्विपक्षीय वार्ता को लेकर अभी से कयास लगाना ठीक नहीं होगा। लेकिन भारत ने श्रीलंका के आर्थिक संकट के दौरान उसे मदद पहुंचाई है। श्रीलंका के राष्ट्रपति की भारत यात्रा से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध और अधिक मजबूत होंगे।