केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन की नई पारी को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। जूनियर सिंधिया अपनी नई पारी क्रिकेट पिच से शुरू करने जा रहे हैं। सिंधिया समर्थकों की माने तो जूनियर सिंधिया को मध्यप्रदेश किक्रेट एसोसिएसन का अध्यक्ष के चुनाव में उतारा जा सकता है। फिलहाल मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पत्रकार अभिलाष खांडेकर हैं।अभिलाष खांडेकर का कार्यकाल पूरा होने वाला है । दिसंबर में चुनावी प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।
राजनैतिक पिच नहीं आसान
दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च 2020 में बीजेपी ज्वाइन की है। इसके बाद वो बीजेपी के टिकट से राज्यसभा पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी में परिवारवाद के खिलाफ हैं, यही वजह है कि जूनियर सिंधिया के लिए विधानसभा का टिकट आसान नहीं है। यही कारण है कि महाराज सिंधिया अब जूनियर सिंधिया के लिए क्रिकेट की पिच तैयार कर रहे हैं। जूनियर सिंधिया इस वक्त ग्वालियर डिवीजन के क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं।
क्रिकेट पिच के लिए लॉबिंग कर रहे हैं सिंधिया
महाराज सिंधिया को जूनियर सिंधिया को राजनीति में लॉन्च करना अभी आसान नहीं यही वजह है कि सिधिंया महाआर्यमन को पहले क्रिकेट पिच पर पारी खिलाना चाह रहे हैं। वैसे भी जूनियर सिंधिया कभी न कभी जनता के बीच अपनी मौजूदगी से सुर्खियां बटोरते रहे हैं, फिर चाहे चुनावी मौसम में जलेबी बनाने की बात हो या फिर ग्वालियर चंबल इलाके के किसी शादी समारोह में जाने का अंदाज। सिंधिया समर्थक ये मानते हैं कि मध्यप्रदेश किक्रेट एसोसिएशन का अध्यक्ष बनकर जूनियर सिंधिया का कद भी बढ़ेगा और अनुभव का दायरा भी। यही कारण है कि एमपीसए में जूनियर सिंधिया को लाने पर गंभीरता से विचार हो रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में जूनियर को क्रिकेट पिच पर उतारना उनके लिए आसान होगा।
सिंधिया के इंदौर दौरे सुर्खियों में
महाराज सिंधिया जूनियर सिंधिया के लिए लंबे समय से लॉबिंग कर रहे हैं। खबरें हैं कि पिछले दिनों महाराज सिंधिया के इंदौर दौरे इसी वजह से हो रहे थे। इंदौर दौरे के समय ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने बेटे महाआर्यमन को खासतौर पर बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मिलवाया था। सिंधिया का मिलवाने और पैर छुआने के अंदाज ने उस मुलाकात को राजनैतिक गलियारों में चर्चा का सबब बना दिया था। दऱअसल एमपीसीए में अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का साथ भी बहुत जरूरी है, यही कारण है कि सिंधिया बेटे के साथ उनसे मुलाकात करने पहुंचे।