गुजरात के बाद चक्रवाती तूफान ‘असना’ का मध्य प्रदेश में असर हो सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग आईएमडी की माने तो मध्यप्रदेश के साथ ही कई देश के राज्यों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मध्य प्रदेश में मानसूनी बारिश का दौर एक बार फिर सक्रिय हो चुका है। इसकी वजह से मध्प्रदेश के कई जिलों में आने वाले 24 घंटों के दरमियान भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है। इससे कई हिस्सों में जलभराव और बाढ़ जैसा हालात बन सकते हैं। वहीं भारी बारिश के अलर्ट को लेकर प्रशासन भी सतर्क हो गया है।
- मध्य प्रदेश में सितंबर का महीने में भी ऐसा ही रहेगा मौसम
- कुछ दिनों बाद फिर बरसेंगे बदरा
- ऐसा रहेगा आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश का मौसम
- अगस्त में बारिश ने पिछले 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
कई जिलों के लिए रेड अलर्ट किया जारी
भारतीय मौसम विभाग आईएमडी के अनुसार मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का असर देखने को मिल सकता है। जिसमें देवास, खरगोन, हरदा, बैतूल और बुरहानपुर जिलो में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले एक सिंतबर को भी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में दिनभर रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। मौसम विभाग की माने तो राजधानी भोपाल में अगले चार दिनों तक सूर्य देवता के निकलने की संभावना कम ही है। इस दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में गरज और चमक के साथ थोड़ी बारिश होती रहेगी। मौसम विभाग की माने तो इंदौर और रतलाम के साथ शाजापुर, उज्जैन, धार, खंडवा, रायसेन, सीहोर के साथ 22 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सतना, सागर, शहडोल और दमोह सहित 28 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
कई डैम के गेट खोले
मध्यप्रदेश के कई जिलों में इन दिनों झमाझम बारिश का दौर जारी है। भारी वर्षा के चलते कई छोटी बड़ी नदियों का जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है। इसके चलते पुलिस और प्रशासन की ओर से लोगों को नदी-नालों और तटीय इलाकों से दूर रहने की समझाइश दी जा रही है। इसके साथ ही नदी किनारे रहने वाले लोगों से खासतौर पर बारिश के दौरान सतर्क रहने की अपील की है। लगातार बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं। डैमों और बांध के भी गेट खोले गए हैं।
एमपी में बारिश में तोड़ा पांच साल का रिकॉर्ड
मध्यप्रदेश में अगस्त माह में भी जोरदार बारिश दर्ज की गई थी। जिससे पिछले पांच साल की बारिश का रिकार्ड ध्वस्त कर दिया। मौसम विभाग की माने तो पिछले पांच साल में अगस्त महीने में कभी कम तो कभी तेज बारिश दर्ज की गई, लेकिन इस साल मध्य प्रदेश में बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहा। कही भी एक सप्ताह या इससे अधिक समय का कहीं सूखा मौसम नहीं रहा। कई जिलों में इस दौरान झमाझम बारिश का दौर जारी रहा। अब सितंबर में भी औसत बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।
3 से 4 सितंबर तक भिगेंगे यह जिले
मौसम विभाग ने सितंबर के पहले सप्ताह में कई जिलों में भारी बारिश का अलट जारी किया है। जिसमें 3 और 4 सितंबर को मध्यप्रदेश के इंदौर, गुना, सागर, श्योपुर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, बैतूल, रायसेन, सीहोर, देवास, खंडवा, पांढुर्णा, पन्ना, सतना, मैहर, छतरपुर, उमरिया, डिंडौरी, अनूपपुर, सिवनी के साथ बालाघाट जिले में तेज बारिश होने की संभावतना जताई गई है। वहीं राजधानी भोपाल के साथ ग्वालियर और जबलपुर समेत बाकी जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक के हालात बने रहेंगे।