अनिरुद्धाचार्य महाराज के गांव रिंवझा में स्कूल खोलेगी एमपी की मोहन सरकार….भागवत कथा में सीएम ने धर्म को लेकर कही ये बड़ी बात…!
एमपी के सीएम डॉ.मोहन यादव दमोह जिले में मझौली के निकट स्थित ग्राम रिंवझा पहुंचे। जहां वे श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ और श्रीमद भागवत कथा में शामिल हुए। श्रीमद भागवत कथा का आयोजन गौरी गोपाल आश्रम वृंदावन के संस्थापक और प्रख्यात कथावाचक डॉ.अनिरुद्धाचार्य महाराज की ओर से किया गया है। रिंवझा दरअसल अनिरुद्धाचार्य महाराज का पैतृक गांव है। उनके बचपन का समय यहीं रिंवझा में ही व्यतीत हुआ था।
- एमपी के सीएम डॉ.मोहन यादव पहुंचे रिंवझा
- मझौली के निटक स्थित है ग्राम रिंवझा गांव
- श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ और श्रीमद भागवत कथा में हुए शामिल
- कथावाचक डॉ.अनिरुद्धाचार्य महाराज की ओर से किया गया आयोजन
- रिंवझा है अनिरुद्धाचार्य महाराज का पैतृक गांव
- बचपन का समय रिंवझा में ही व्यतीत हुआ था
- सीएम से की रिंवझा में स्कूल खोलने की मांग
सीएम डॉ.मोहन यादव ने रिंवझा में आयोजन स्थल पर पहुँचकर अनिरुद्धाचार्य महाराज से भेंट की। उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने व्यासपीठ को नमन कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। इस मौके पर कथावाचक डॉ.अनिरुद्धाचार्य महाराज ने सीएम डॉ.मोहन यादव का श्री कृष्ण की बंशी, श्रीमद्भागवत गीता और अंगवस्त्रम् भेंट कर स्वागत किया। इतना ही नहीं कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने एमपी के सीएम डॉ.यादव की कार्यशैली और लोकहित में उनके किये जा रहे कार्यों की सराहना की।
वेद वाक्य “यत् पिंडे-तत् ब्रह्माण्डे” की व्याख्या
वहीं सीएम डॉ.मोहन यादव ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा सुनने का अवसर मिलना श्रद्धालुओं के लिये सौभाग्यशाली होता है। सीएम ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की यह कथा भक्तों के रोम-रोम को आनंद प्रदान करने वाली है। सीएम ने इस मौके पर वेद वाक्य “यत् पिंडे-तत् ब्रह्माण्डे” की व्याख्या भी की। इसके साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया आज भारतीय संस्कृति को देखने, समझने के साथ उसे अंगीकृत करना चाहती है। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने यह भी कहा कि कंस का वध करने के बाद शिक्षा हासिल करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण उज्जैन आए थे।
उज्जैन के सांदीपनी आश्रम में भगवान श्री कृष्ण ने शिक्षा ग्रहण की है। मुख्यमंत्री डॉ.माहन यादव ने बताया कि एमपी के धार के समीप स्थित अमझेरा में भगवान श्रीकृष्ण ने युद्ध किया। इसके साथ ही एमपी के ही जानापाव में भगवान श्रीकृष्ण को भगवान परशुराम ने सुदर्शन चक्र प्रदान किया था। सीएम ने कहा भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता आज भी प्रासंगिक बनी हुई है। यह सभी को अमीर और गरीब के भेदभाव से मुक्त होकर मित्रता का भाव निभाने की सीख प्रदान करती है।
सीएम ने गिनाई सरकार की योजनाएं
रिंवझा में मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार की ओर से उज्जैन ही नहीं ओंकारेश्वर, महेश्वर, मैहर और ओरछा सहित प्रदेश की उन्नीस धार्मिक नगरी में शराब की दुकानों को बंद कराया दिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश भर में खुले में मीट के विक्रय को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। सीएम ने कहा कि जिसके घर गाय होती है उसे गोपाल कहते हैं और जिसके घर में गाय का कुल होता है, उसे गोकुल कहते हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश में गौपालन को प्रोत्साहित करने की योजना चलाई जा रही है। 25 से अधिक गाय को पालने वालों को सरकार की ओर से अनुदान प्रदान किया जा रहा है। सीएम ने कहा मध्यप्रदेश दुग्ध उत्पादन में फिलहाल देश में अभी तीसरे स्थान पर है। देश का 9 प्रतिशत दूध मध्यप्रदेश में ही उत्पादित होता है। राज्य सरकार की ओर से इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक बढाने का संकल्प लिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में मां नर्मदा के पूरे परिक्रमा पथ को सर्व सुविधायुक्त बनाने की व्यवस्था की गई है। परिक्रमा मार्ग में जगह-जगह आश्रय स्थल बनाए जाएंगे। सीएम ने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को संस्कारों की शिक्षा देने देवी देवताओं के प्रसंगों को भी स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
रिंवझा में स्कूल के निर्माण की मांग
वहीं अनिरूद्धाचार्य महाराज ने एमपी के सीएम डॉ.मोहन यादव के सामने बच्चों को शिक्षा और संस्कार प्रदान करने अपने गांव रिंवझा में स्कूल बनाने की इच्छा व्यक्त की। सीएम डॉ.यादव को उन्होंने वृंदावन स्थित गौरी गोपाल आश्रम आने का न्योता भी दिया साथ ही इस संस्था की ओर से किये जा रहे सेवा कार्यों का अवलोकन करने का आग्रह भी किया।