गीता जयंती हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। यह त्योहार हर साल मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष एकादशी के दिन मनाया जाता है। इस साल 2024 में गीता जयंती बुधवार 11 दिसंबर को मनाई जाएगी। जिसे लेकर मध्यप्रदेश में भी खास तैयारियां की जा रही हैं। बीजेपी की मोहन यादव सरकार भी इस दिन को खास तरीके से मनाने जा रही है।
- गीता जयंती हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है
- मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष एकादशी के दिन मनाया जाता है
- गीता जयंती बुधवार 11 दिसंबर को मनाई जाएगी
- मध्यप्रदेश में भी खास तैयारियां की जा रही हैं
- सरकार भी इस दिन को खास तरीके से मनाने जा रही है
- मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने किया बड़ा ऐलान
- गीता जयंती के अवसर पर होगा गीता का पाठ
- भोपाल ही नहीं महाकाल की नगरी उज्जैन में होगा गीता का सस्वर पाठ
- सस्वर पाठ कर बनायेंगे वर्ल्ड रिकॉर्ड
- निकायों में राज्य सरकार बनायेगी गीता भवन
रााज्य के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने ऐलान किया है कि 11 दिसंबर को गीता जयंती के अवसर पर भगवद् भक्त भोपाल ही नहीं महाकाल की नगरी उज्जैन में गीता का सस्वर पाठ कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा मध्यप्रदेश के सभी निकायों में राज्य सरकार गीता भवन बनायेगी। गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। बता दें मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हरियाणा के कुरूक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। इसके साथ ही सीएम ने वहां सभी संत समाज को सिंहस्थ 2028 के लिए आमंत्रित भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा गीता जयंती पर मध्य प्रदेश सरकार की ओर से भोपाल ही नहीं उज्जैन में करीब पांच हजार से अधिक भगवत भक्त एक साथ एकस्वर में गीता का पाठ करेंगे। यह विश्व रिकार्ड भी बनेगा। सीएम ने कहा मध्य प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में आने वाले तीन साल के दौरान गीता भवन बन कर तैयार हो जाएंगे। राज्य सरकार की ओर से प्रदेश भर में गीता जयंती महोत्सव का विशेष आयोजन किया जा रहा है। सीएम ने कहा भगवान श्रीकृष्ण के मुखारविंद से निकली श्रीमद्भगवद् गीता से हमें कर्मवाद की शिक्षा मिलती है। केवल भारत ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व के लोग गीता की शिक्षा का अनुसरण करते हैं। सीएम ने बताया कि एमपी में श्रीकृष्ण पाथेय का निर्माण किया जा रहा है। जिसके तहत मध्यप्रदेश में विद्यमान भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित सभी जगह को तीर्थ के रूप में पूर्ण रुप से विकसित किया जाएगा।
स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगी गीता
मुख्यमंत्री डॉ.यादव कुरुक्षेत्र हरियाणा के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान संत सम्मेलन में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजकों से मध्यप्रदेश में होने वाले गीता पाठ से वर्चुअली रुप से जुड़ने का आव्हान किया। सीएम ने अगले साल के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन में मध्य प्रदेश को सहभागी बनाने का आग्रह आयोजकों से किया। इसके साथ ही सीएम ने घोषणा की कि मप्र में गीता का पाठ स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
धर्मग्रंथों में मिलता है गीता जयंती का उल्लेख
बता दें हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन गीता जयंती मनाई जाती है। इस साल 2024 में यह तिथि 11 दिसंबर को है। माना जाता है कि गीता जयंती के दिन ही भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध के बीच अर्जुन के अज्ञान को दूर करने के लिए गीता का उपदेश दिया था। इसके साथ ही गीता जयंती के दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत भी श्रद्धालु रखते हैं। शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि में नक्षत्र रेवती और अश्विनी रहेगा। तो वहीं योग वरीयान भी रहेगा। इस दिन सूर्य देव वृश्चिक राशि में रहेंगे। जबकि चंद्र देवता सुबह 11 बजकर 48 मिनट तक मीन राशि में विराजमान होंगे। इसके बाद वे मेष राशि में प्रवेश करेंगे। जबकि दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक राहुकाल रहेगा।
(प्रकाश कुमार पांडेय)