मप्र विधानसभा चुनाव: 64523 मतदान केंद्रों पर लगेगी मतदाताओं की कतार,किसे चुनेंगे मतदाता इस बार

MP assembly election turnout 64523 polling station queue of voters Voters will choose their government this time

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को प्रचार का शोर थम चुका है। अब शुक्रवार 17 नवंबर को प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान होगा। चुनाव आयोग ने 64 हजार 523 मतदान केंद्र बनाए हैं। जहां पर मतदान की तैयारी पूरी कर ली है।

मतदान केन्द्रों पर जीपीएस से लैस वाहनों के जरिए पोलिंग पार्टियों और ईवीएम को भेजा जा रहा है। इन वाहनों की भोपाल के सेंटर से निगरानी रखी जा रही है। वाहनों का रूट पहले से तय है। इस रूट से भटकने या कोई गड़बड़ी होने पर तुरंत सेंट पर मैसेज पहुंचेगा। वाहनों की निगरानी जिला, स्टेट से लेकर सेंटर तक से की जा रही है। आयोग ने पूरी प्रक्रिया की पारदर्शीता और निगरानी के लिए पीठासीन, सेक्टर और रिटर्निंग अधिकारियों को एप डाउनलोड कराया है। इस एप में मतदान दल के सामग्री लेने से पोलिंग बूथ पर पहुंचने और मतदान प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उसको जमा करने तक की एक-एक जानकारी एप में भरनी होगी। वहीं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि इस बार संवेदनशील पोलिंग बूथ पर सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए है। मध्यप्रदेश में करीब 17 हजार संवेदनशील पोलिंग बूथ हैं। चुनाव आयोग आधे पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी करेगा। चुनाव संबंधी किसी भी शिकायत या समस्या के निराकरण के लिए संभागवार टीमों का भी गठन किया गया है। इसमें संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पदाधिकारी मनोज खत्री को नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह को इंदौर और उज्जैन संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बंसत कुर्रे को ग्वालियर, भोपाल और चंबल संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूचिका चौहान को सागर, शहडोल और रीवा संभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इन अधिकारियों के अधीनस्त भी अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

यहं करें मतदान से जुड़ी शिकायत

विधानसभा चुनाव 2023 में मतदान के दौरान आने वाली कठिनाईयों और शिकायतों के निराकरण के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से चार दलों का गठन किया गया है। जिसमें नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभाग के जिलों के लिये संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी निमिषा जायसवाल और अन्य अधिकारी कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे। इंदौर और उज्जैन संभाग के लिये संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह , उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश यादव और अन्य सहायक अधिकारी कर्मचारी तैनात रहेंगे। वहीं ग्वालियर, भोपाल और चम्बल संभाग के लिये संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बसंत कुर्रे, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रंजना देवड़ा के साथ अन्य सहायक अधिकारी कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे। सागर, शहडोल एवं रीवा संभाग के लिये संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रूचिका चौहान, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुरभि तिवारी के साथ अन्य सहायक अधिकारी कर्मचारी तैनात रहेंगे।

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