मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर बीजेपी सतर्कता से कदम उठा रही है। हारी सीटों पर बीजेपी अब तक 79 प्रत्याशियों की सूची आने के बाद अब ऐसी सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का इंतजार है। जहां पार्टी के विधायक हैं। माना जा रहा है कि इस बार बीजेपी 66 सीटों पर विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दे सकती है।
- खतरे में भोपाल संभाग तीन विधायकों के टिकट
- रीवा संभाग से कटेगा तीन विधायकों का टिकट
- जबलपुर संभाग से खतरे में तीन विधायकों के टिकट
- सागर संभाग—एक महिला और तीन पुरुष विधायकों का कटेगा टिकट
- मंदसौर रतलाम नीमच— दो पुरुष विधायकों के टिकट बीजेपी काटेगी
- अलीराजपुर जिले से एक महिला विधायक
- निमाड़ से एक महिला विधायक
- इंदौर से दो पुरुष विधायक
- अशोकनगर से एक पुरुष विधायक
- गुना से एक पुरुष विधायक
- भिंड से दो पुरुष विधायक
मध्यप्रदेश में बीजेपी पिछले 20 में से 18 साल सत्ता में रही है। कई स्तरों पर सत्ता विरोधी लहर भी दिखाई दे रही है। सरकार के कुछ मंत्रियों और पार्टी के विधायकों के खिलाफ स्थानीय स्तर पर नाराजगी दिखाई दे रही है। इसे दूर करने के लिए मध्य प्रदेश में बीजेपी करीब 40 प्रतिशत से अधिक विधायकों के टिकट काटने का मन बना चुकी है। बीजेपी की रणनीति ऐसी सीटों पर इस बार नए और युवा चेहरों को मौका देने की है।
इन विधायकों के काटे टिकट
बीजेपी ने अब तक 79 प्रत्याशियों के नामों का एलान कर दिया है। जिसमें मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी के स्थान पर श्रीकांत चतुर्वेदी को कैंडिडेट घोषित किया है। वहीं सीधी से विधायक केदारनाथ शु्क्ल की जगह बीजेपी ने सीधी सांसद रीति पाठक को मैदान में उतारा है। जबकी नरसिंहपुर से जालम सिंह पटेल को टिकट न देकर उनकी जगह पर उनके ही भाई केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को टिकट देकर मैदान में उतारा है।
कैलाश विजयवर्गीय के मैदान में आने से खतरे में आकाश का टिकट
आने वाली सूची में जिन इलाकों से बीजेपी विधायकों के टिकट कटेंगे उनमें अलीराजपुर के जोबट से बीजेपी की महिला विधायक सुलोचना रावत का भी नाम शाामिल है। बीजेपी उनका टिकट काट सकती है। निमाड़ से एक महिला विधायक का बीजेपी टिकट काट सकती है। जबकि इंदौर से दो विधायक आकाश विजयवर्गीय और महेन्द्र हार्डिया, अशोकनगर से विधायक जजपाल सिंह जज्जी का टिकट इस बार खतरे में है। गुना से विधायक गोपी लाल जाटव के स्थान पर बीजेपी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतार सकती है। जबकि भिंड के मेहगांव से सिंधिया समर्थक बीजेपी विधायक और राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया को भी बीजेपी ब्रेक देकर दूसरे चेहरे को टिकट दे सकती है। भोपाल संभाग से बीजेपी के तीन मौजूदा विधायकों के टिकट खतरे में हैं। शिवपुरी से इस बार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया स्वयं ही चुनाव न लड़ने का एलान कर चुकी हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उनके स्थान पर बीजेपी यहां से केन्द्रीय मंत्री ज्योतिदित्य सिंधिया को चुनाव मेदान में उतार सकती है।
खतरे में कई मंत्रियों के टिकट
मंत्रियों में यशोधरा राजे सिंधिया के अलावा, प्रेम सिंह पटेल, भारत सिंह कुश्वाह, महेंद्र सिंह सिसोदिया, बिसाहू लाल सिंह, केपीएस भदौरिया के अलावा मालवा क्षेत्र के एक विधायक का पत्ता इस बार साफ हो सकता है। वहीं अमरपाटन से विधायक अजय विश्नाई का नाम भी इस बार बीजेपी प्रत्याशियों की सूची से लापता होने की संभावना नजर आ रही है।
पिछले चुनाव में कटे थे पांच मंत्रियों के टिकट
बीजेपी ने पिछले 2018 के चुनाव में पांच मंत्रियों के टिकट काटे थे। इससे पहले 2013 में चार मंत्री को बीजेपी ने घर बैठाया था उन्हें टिकट नहीं मिला था। 2018 में मंत्री माया सिंह, हर्ष सिंह, सूर्यप्रकाश मीणा, गौरीशंकर शेजवार और लक्ष्मीकांत शर्मा जैसे मंत्रियों को बीजेपी ने चुनाव नहीं लड़ाया था। लिहाजा माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार के चुनाव में भी सर्वे और फीडबैक के आधार पर अपने आधा दर्जन मंत्रियों के टिकट काटकर घर बैठा सकती है। इन मंत्रियों की जगह पर नए चेहरों को उतारने की रणनीति बनाई जा रही है। इसी तरह से बीजेपी इस बार उन तमाम मौजूदा विधायकों के भी टिकट काट सकती है जिनकी चुनाव में जीत की संभावना कम है।
जालम का टिकट काटकर प्रहलाद को बनाया प्रत्याशी
बीजेपी की दूसरी लिस्ट में केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का भी नाम शामिल है। उन्हें नरसिंहपुर से टिकट दिया है, जबकि उनके भाई का भी टिकट काट दिया गया है। नरसिंहपुर विधानसभा सीट से जालम सिंह पटेल विधायक हैं। यहां से बीजेपी ने अब प्रहलाद पटेल को उम्मीदवार बनाया है। बता दें प्रहलाद पटेल अभी दमोह लोकसभा सीट से सांसद हैं और केन्द्र में कैबिनेट में मंत्री हैं।
प्रकाश कुमार पांडेय