महाकुंभ: प्रयागराज की धरती पर अब तक उतरे 700 से अधिक चार्टर प्लेन…सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया निवेश को लेकर यह दावा
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में लगभग 60 करोड़ श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम पर स्नान करेंगे। इससे राज्य की जीडीपी में करीब सवा तीन से साढ़े तीन लाख करोड़ की वृद्धि होगी।
- आस्था का ”अर्थ” से संबंध
- आस्था को सम्मान..आर्थिक पहलू भी महत्वपूर्ण
- 40 रूटीन फ्लाइट…700 से अधिक चार्टर लैंड
- सड़क पर दौड़ रहीं 14 हजार सरकारी बसें
- निवेश करने वालों ने पहले तीन दिन में कमाया दो गुना लाभ
- जीडीपी में सवा तीन से साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये की वृद्धि
प्रयागराज में 13 जनवरी से प्रारंभ महाकुंभ में पिछले दिनों में 40 रूटीन फ्लाइट के साथ ही करीब 700 से अधिक चार्टर लैंड हुए हैं। वहीं रेलवे ने प्रयागराज में 9 स्टेशनों का विस्तार किया है। यहां प्रतिदिन 10 से 20 लाख तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। सड़क मार्ग की बात करें तो रोडवेज की करीब 14 हजार बसों का बेड़ा सड़कों पर दौड़ रहा है। महाकुंभ के दौरान यहां प्रयागराज में निवेश करने वालों ने महज तीन सप्ताह के दौरान ही दोगुना लाभ कमा लिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दावा करते हुए कहा कि अनुमान है कि स्नानार्थियों की संख्या इस बार 60 करोड़ तक पहुंच सकती है। ऐसा होता है तो राज्य की जीडीपी में सवा तीन से साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त वृद्धि होने वाली है।
इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किया बड़ा हिस्सा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने युवा उद्यमियों से संवाद के दौरान कहा महाकुंभ पहले महज 1000 एकड़ के क्षेत्रफल में ही होता था। इस बार सरकार ने उसे दस गुना बढ़ाकर 10 हजार एकड़ क्षेत्रफल में फैलाया है। सीएम ने कहा आरोप-प्रत्यारोप करने वाले लोग कहा करते थे कि महाकुंभ में पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। हमने महाकुंभ के आयोजन में इंफ्रास्ट्रक्चर पर करीब साढ़े सात हजार करोड़ रुपये व्यय किए हैं। जिससे 14 नए फ्लाईओवर बनाए गए। छह अंडरपास, 200 से अधिक सड़कें चौड़ी की गईं।
महाकुंभ के लिए 1500 करोड़ का बजट
महाकुंभ मेले की व्यवस्था की दृष्टि से सरकार ने 1500 करोड़ रुपये का बजट रखा था। अब आरोप लगाने वाले लोग ही कहते हैं कि आपने इतने कम जगह में आयोजन क्यों किया। तब हमने बताया कि तुम्हारी सोच से 10 गुना अधिक बढा़कर आयोजन किया गया है। इन लोगों के नए और पुराने बयानों को उठाकर देखकर हंसी आ जाएगी।
(प्रकाश कुमार पांडेय)