सनातन धर्म: इस दिन शुरु हो रहा है माघ महीना …जानें माघ माह में क्या करें और क्या न करें ….!

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सनातन धर्म में माघ माह को अत्यंत पवित्र माना जाता है। इस विशेष महीने में स्नान और दान के साथ व्रत और तप का विशेष महत्व माना गया है। धार्मिक परंपरा के अनुसार माघ के माह में विधिविधान पूर्वक श्रीहरि, मां लक्ष्मी और तुलसी माता की पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि बढ़ती है। 14 जनवरी से माघ महीना शुरू हो रहा है।

माघ के माह में यह नहीं करना चाहिए

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ के माह के नियमों का पालन नहीं करने से जातक के जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में माघ माह से जुड़े नियम का पालन करना और भी अधिक आवश्यक होता है। हम आपको बता रहे हैं कि माघ महीना कब से शुरू हो रहा है और माघ के माह में क्या करना चाहिए। क्या नहीं करना चाहिए।

माघ के माह को हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माह माना जाता है। इस महीने में स्नान और दान ही नहीं व्रत और तप करने का भी विधान बताया गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार माघ माह में श्रीहरि विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना होती है। ऐसा करने से जातक के घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। साथ ही माघ महीने में तुलसी माता की पूजा करने से धन-धान्य की वद्धि होती है।

हिंदू कैलेंडर में माघ महीना का वर्णन

हिंदू कैलेंडर का माघ माह 11 11वां महीना होता है। माघ महीने में भगवान श्री विष्णु और भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना की जाती है। इसके साथ ही दान-पुण्य की दृष्टि से भी माघ माह बहुत शुभ और फलदायी माना जाता है। माघ माह के बाद ही फाल्गुन माह की शुरुआत हो जाती है।

माघ मास में होती है विष्णु भगवान की पूजा

माघ माह को सूर्य देव की उपासना और भगवान विष्णु की पूजा का माना माना जाता है। इस माह में सूर्य देव की उपासना और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। माघ माह किए जाने वाले कामों का जातक को शुभ फल मिलता है। मान्यता है कि माघ माह में हर दिन गीता का पाठ करना फलदायी होता है। इतना ही नहीं माघ के महीने में पवित्र नदियों में स्नान करना भी विशेष फलदायी माना जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति के दिन से माघ महीने की शुरुआत होती है। इस साल भी माघ महीने की शुरुआत 14 जनवरी से हो रही है जो 12 फरवरी को खत्म होगा।

(प्रकाश कुमार पांडेय)

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