मोदी राज में सबसे बड़ा बैंक घोटाला, जानें घोटाले की पूरी हिस्ट्री
केंद्र की मोदी सरकार में देश के बैंकिंग सेक्टर में इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है. यह घोटाला नीरव मोदी के बैंक घोटाले से भी बड़ा घोटाला है. इसलिए इसे इतिहास का सबसे बड़ा स्कैम कहा जा रहा है. ऐसे में अब केंद्र सरकार सवालों के घेरे में आ गई है कि देश में इतना बड़ा घोटाले कैसे हो गया. वहीं अब देश में सवाल उठने लगा है कि कि कैसे इतने बड़े बैंकिंग घोटाले की बुनियाद रखी गई थी. क्या है इस घोटाले की पूरी हिस्ट्री आपको बताते हैं.
ABG शिपयार्ड कंपनी पर लगा आरोप
आरोप है कि यह घोटाला जहाज निर्माण कंपनी ABG शिपयार्ड ने किया है. इस मामले में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की शिकायत पर सीबीआई (CBI) ने ABG शिपयार्ड लिमिटेड कंपनी चेयरमैन और उसके प्रबंध निदेशक ऋषि के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. एसबीआई के नेतृत्व वाले 28 बैंकों के समूह से 22 हजार 8 सौ 42 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है.
कब शुरु हुई कंपनी
गुजरात के दाहेज और सूरत में ABG (एबीजी) समूह की यह शिपयार्ड कंपनी की शुरुआत1985 में हुई थी. पानी के जहाज बनाने और उनकी मरम्मत का काम करती है. यह कंपनी अब तक 165 जहाज बना चुकी है. एबीजी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के एक संघ को रूप से धोखा देने का आरोप है.
2019 में सामने आई घोटाले की जानकारी
एसबीआई ने पहली बार नवंबर 2019 में सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई थी. सीबीआई ने 7 फरवरी 2022 को केस दर्ज एबीजी शिपयार्ड के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. इस मामले में सीबीआई ने एबीजी शिपार्ड लिमिटेड के चेयरमैन ऋषि कमलेश अग्रवाल, एमडी संथान मुथुस्वामी के अलावा कंपनी के तीन डायरेक्टर को आरोपी बनाया है. एबीजी शिपयार्ड कंपनी को एसबीआई के साथ ही 28 बैंकों की संस्थानों ने 22,842 करोड़ रुपये के ऋण को मंजूरी दी थी. फॉरेंसिक ऑडिट से पता चला है कि वर्ष 2012-17 के बीच आरोपियों ने कथित रूप से मिलीभगत की और अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया, जिसमें धन का दुरुपयोग और आपराधिक विश्वासघात शामिल है.
मोदी सरकार सवालों में घिरी
इस घोटाले के सामने आने के बाद कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार को घेरने में जुट गई है. कांग्रेस ने इस मामले में देरी से एफआईआर होने पर सरकार को घेरा है.कांग्रेस महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, ललित मोदी, विजय माल्या समेत अन्य लोगों ने भारतीय बैंकों को धोखा दिया और देश छोड़कर भाग निकले है. उन्होंने आरोप लगते हुए कहा, मोदी सरकार की नीति बैंक धोखाधड़ी करने वालों के लिए लूटो और भगाओ की योजना चला रही है.